
‘जहां नर्मदेश्वर का वास होता, वहां काल और यम का भय नहीं होता’ : युगल किशोर जी महाराज
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड के भरसो गांव स्थित राम जानकी सह नवनिर्मित शिव मंदिर प्रांगण में आयोजित श्री श्री 108 महारुद्र यज्ञ एवं महादेव प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ में श्रद्धालुओं की भीड़ दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. वहीं मंडप परिक्रमा को लेकर श्रद्धालु दूरदराज से पहुंच रहे हैं. इस अवसर पर आधा दर्जन से अधिक पंडितों के द्वारा विशेष पूजन प्रतिदिन किया जा रहा है.
बुधवार को नवनिर्मित मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शिवलिंग की स्थापना किया गया. जिसके बाद माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिक, नंदी बाबा की प्रतिमा स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा पूजन कार्य संपन्न हुआ. इसके पूर्व सभी मूर्ति को लेकर गांव भ्रमण गाजे बाजे के साथ किया गया था. नवनिर्मित मंदिर का नाम नर्मदेश्वर महादेव रखा गया है.
मौके पर कथा वाचक श्री युगलकिशोर जी महाराज ने कहा कि मन से दूर रहकर निराकार ईश्वर की आराधना या ध्यान करने के स्थान को मंदिर कहते हैं. जिस तरह हम जूते उतारकर मंदिर में प्रवेश करते हैं, उसी तरह मन और अहंकार को भी बाहर छोड़ दिया जाता है. मंदिर निर्माण कार्य समाज में उन्नति प्रदान करता है. जहां नर्मदेश्वर का वास होता है, वहां काल और यम का भय नहीं होता है. व्यक्ति समस्त सुखों का भोग करता हुआ शिवलोक तक जाता है.
महायज्ञ को लेकर कमेटी के सभी सदस्य सक्रिय हैं तथा दूर दराज से पहुंच रहे श्रद्धालु भक्त की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. महायज्ञ से माहौल भक्तिमय बना हुआ है. महायज्ञ में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मेडिकल टीम तैयार किया गया है. साथ ही परबत्ता पुलिस भी गश्त लगाते देखे गए.