लाइव खगड़िया : जिले की राजनीति में एक बड़ी हलचल मची है और जिला जदयू के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. मिली जानकारी के अनुसार जदयू छोड़ने वाले सभी नेता व कार्यकर्ता सामूहिक रूप से 26 अप्रैल को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे. गौरतलब है कि सम्राट चौधरी की राजनीतिक कर्मभूमि खगड़िया ही रहा है और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार खगड़िया पहुंचने के पूर्व जिले की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. दरअसल बताया तो यहां तक जा रहा है कि जिले के इस राजनीतिक बदलाव की पटकथा पूर्व में ही लिखी जा चुकी थी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी का प्रस्तावित खगड़िया दौरा भी इस परिप्रेक्ष्य में तय की गई थी.
जदयू छोड़ने वालों में दीपक सिन्हा, पूर्व जिला परिषद सदस्य योगेंद्र सिंह, बछौता के मुखिया सुनील कुमार, समता पार्टी काल से नीतीश कुमार के साथ जुड़े जदयू के पूर्व जिला उपाध्यक्ष सुमन पटेल, युवा जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष विक्रम यादव, युवा जदयू के नेता छोटू पोद्दार, जदयू के वरिष्ठ नेता बोढन सदा, अनिल पटेल, मनोज सदा, जदयू महिला प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष रंजना, जिला उपाध्यक्ष अंजू देवी आदि का नाम सामने आ रहा है. बताया जाता है कि जदयू के कुल 101 कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
माना जा रहा है आने वाले दिनों में जिला जदयू के वर्तमान नेता और जदयू छोड़कर जाने वाले नेताओं के बीच जुबानी जंग भी तेज होगा. इस बीच इसकी शुरूआत भी हो चुकी है. जदयू छोड़ने वाले विक्रम यादव ने मामले के लिए जदयू जिलाध्यक्ष को जिम्मेदार बताया है. जबकि कई अन्य नेताओं ने जदयू के शीर्ष नेतृत्व की कार्यशैली व राजनीतिक सोच पर बड़ा सवाल किया है. इधर जदयू के जिलाध्यक्ष बबलू मंडल की मानें तो जदयू छोड़कर जाने वाले अधिकांश नेता व कार्यकर्ता पार्टी विरोधी कार्य में संलिप्त रहे थे और विगत विधानसभा व विधान पार्षद चुनाव में इनका पार्टी प्रत्याशी के विरोध में कार्य रहा था. जिसकी शिकायत पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से भी की जा चुकी है. बहरहाल जिले का यह राजनीतिक बदलाव दोनों ही पार्टियों की मजबूती कितना असर छोड़ पाता है, यह तो वक्त ही बतलायेगा.