खगड़िया : मनोहर राज का डेढ़ दशक, व्यवस्था में बड़ा बदलाव
लाइव खगड़िया : परिवर्तन संसार का नियम है. जो कल था, वो आज नहीं है और जो आज है, वो शायद कल नहीं. राजनीति में भी यह ही सच्चाई है. लेकिन किसी के कार्यकाल के दौरान उनके द्वारा किये गए कार्यों को यूं ही भूलाया भी नहीं जा सकता है. इसी कड़ी में पूर्व नगर सभापति और उनकी पत्नी पूर्व नगर सभापति सीता कुमारी के कार्यकाल की भी चर्चा की जा सकती है. वर्ष 2007 में मनोहर यादव के हाथों में नगर का कमान आया था. यह वो दौर था जब शहर के सड़क व नाले की स्थिति व साफ-सफाई की हालत बदतर थी. लेकिन बाद दिनों में सुबह-सबेरे कचड़ा संग्रहण के लिए सीटी बजाते हर गली पहुंचने वाले सफाईकर्मी शहर के मनोहर यादव राज की ओर इशारा करते नजर आने लगे. वर्ष 2007
से
2012
तक
और
फिर 2012 से 2017
मनोहर यादव नगर सभापति की कुर्सी पर रहे. जबकि उसके बाद उनकी पत्नी 2017 से 2022 तक नगर सभापति के पद पर
रहीं. इस तरह कुल 15 सालों तक शहर में मनोहर यादव का राज रहा.
पूर्व नगर सभापति मनोहर यादव अपने कार्यकाल की चर्चा करते हुए बताते हैं कि वर्ष 2007 में जब
वे नगर सभापति के रूप में निर्वाचित हु
ए, उस समय नगर परिषद
कार्यालय में कुर्सी
व टेबल
तक का अभाव
था
.
जबकि वर्षों से कार्यालयकर्मी और सफाई
कर्मियों का वेतन और मानदेय बकाया था
. बाद के दिनों में उनकी पहल पर कर्मियों को वेतन एवं मानदेय भुगतान
हुआ और अ
ब तक ससमय
हर माह वेतन और मानदेय का भुगतान
कर्मियों को हो रहा है
. साथ ही वे बताते हैं कि बलुआही और जयप्रकाश नगर सहित
अन्य मुहल्ले के जल निकासी
की समस्या का सामाधान कम लागत में एक बड़ा नाला बनाकर
उ
नके कार्यकाल में ही हुआ. उधर स्टेशन रोड सहित शहर का कई मुख्य
मार्गों की स्थिति
जर्जर थी और नगर परिषद खगड़िया का आंतरिक राजस्व बहुत
ही कम
था. केंद्र और राज्य सरकार का अनुदान नहीं मिलता था
. ऐसे में उनके कार्यकाल में आंतरिक संसाधन से नगर परिषद का राजस्व बढ़ाया
गया.
पूर्व नगर सभापति मनोहर यादव अपने कार्यकाल के दौरान की उपलब्धियों को बताते हुए कहा है कि शहर के स्टेडियम का निर्माण मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना से
शहर में स्टेडियम का निर्माण, के
एन
क्लब में विवाह भवन का निर्माण
, शहर में चार
पार्कों का
निर्माण
जैसे कई कार्य हैं, जो उनकी उपलब्धियों में शुमार हैं. वर्ष 2009 में मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना से जजर्र स्टेशन रोड का निर्माण कराया
गया और लगातार शहर की सफाई
पर ध्यान रखा
गया. जिस
से स्वच्छता सर्वेक्षण में 50 हजार की आबादी वा
ला छो
टा
राष्ट्रीय स्तर पर 17
वें रैंक पर रहा
. इस बीच शहर का माहौल भयमुक्त
रहा और शहर के प्रमुख चौक पर हाई मास्क लाइट लगाया
गया. शहर के सरकारी विद्यालय में बच्चों को बैठने की व्यवस्था नहीं
थी और बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर थे
. ऐसे में बच्चों
के लिए बेंच
व डेक्स उपलब्ध कराया
गया. साथ ही शहर के
खिलाड़ियों
के बीच लाखों का खेल सामग्री किट उपलब्ध करा
ना भी उनके कार्यकाल की उपलब्धि रही है. जबकि शहर के राजेंद्र चौक से बखरी बस स्टैंड तक जजर्र सड़क के निर्माण का टेंडर
, अघोरी
स्थान में
5 करोड़ की लागत से मोक्ष धाम
के निर्माण
का टेंडर
सहित दो जगहों पर 35-35 करोड़ से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट
निर्माण का ट्रेंडर की चर्चा भी पूर्व नगर सभापति करते हैं.