वरिष्ठ पत्रकार महाशंकर की निर्मम हत्या
लाइव खगड़िया : बिहार में एक बार फिर एक पत्रकार की निर्मम हत्या कर दी गई है. सौभाग्य मिथिला, लोक प्रसंग और आर्यव्रत प्रसंग में काम कर चुके पत्रकार महाशंकर को बदमाशों ने मौत की नींद सुला दी है. हत्या का आरोप पत्रकार द्वारा संचालित पोल्ट्री फार्म के एक कर्मी पर लग रहा है. जो कि घटना के बाद से फरार बताया जाता है. वरिष्ठ पत्रकार महाशंकर सुपौल जिले के राघोपुर के हुलास पंचायत के निवासी थे.
मिली जानकारी के अनुसार करोना काल के बाद महाशंकर अपने पैतृक गांव में पोल्ट्री का व्यवसाय शुरू किया था. आरोप है कि वहीं शनिवार की सुबह बेतिया के रहने वाले एक स्टाफ ने पोल्ट्री मालिक महाशंकर को बेलचा, लाठी व डंडा से पीट कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. घटना के बाद आरोपी उन्हें जख्मी हालत में पोल्ट्री के कार्यालय में बंद कर बाहर से ताला लगा फरार हो गए. घटना की जानकारी लोगों को तब हुई, जब स्थानीय एक अन्य कर्मी पोल्ट्री पर पंहुचे. जिसके बाद लोगों ने कार्यालय का ताला तोड़कर जख्मी पत्रकार को इलाज के लिए राघोपुर रेफरल अस्पताल लाया. जहां से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने जख्मी को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया. लेकिन नेपाल के बिराटनगर ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई. बताया जाता है कि पोल्ट्री में आरोपी बेतिया निवासी अपनी पत्नी के साथ परमानेंट स्टाफ के तौर पर रहते थे. घटना के बाद से दंपति फरार हैं और उनका मोबाइल भी बंद बताया जाता है.
वरिष्ठ पत्रकार महाशंकर सौभाग्य मिथिला में काफी समय तक काम करने के बाद प्रिंट मीडिया से जुड़े थे. वे पटना से प्रकाशित हिंदी मासिक पत्रिका लोक प्रसंग में बतौर कार्यकारी संपादक रह चुके थे. बाद में उन्होंने अपने सम्पादन में पटना से ही मासिक पत्रिका आर्यावर्त प्रसंग का प्रकाशन शुरू किया था. इस बीच कोरोना काल ने उन्हें एक अन्य व्यवसाय से जुड़ने को मजबूर किया और वे पटना से सुपौल के अपने पैतृक गांव चले आये. जहां उनकी निर्मम हत्या कर दी गई. बहरहाल महाशंकर की हत्या पत्रकारिता जगत के लिए एक बड़ी क्षति है. वे एक बेहद ही नेक दिल इंसान थे. ‘लाइव खगड़िया’ परिवार सादर नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है. इधर खगड़िया जिला श्रमजीवी पत्रकार यूनियन से जुड़े पत्रकारों ने घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए शोक संवेदना व्यक्त किया है.