लाइव खगड़िया : जिले के सदर प्रखंड के रहीमपुर नन्हकू मंडल टोला के वार्ड संख्या 10 में संत कबीर जयंती समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने किया. मौके पर संत – महात्माओं एवं कबीर के अनुयायियों के द्वारा उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया गया. वहीं सद्गुरु स्तुति एवं वन्दना से समारोह का शुभारंभ किया गया. जिसके उपरांत लखीसराय जिला के रामवालक साहेब ने कबीर और उनके उद्देश्य पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए कहा कि कबीर साहब का जीवन समाज कल्याण एवं समाज हित के लिए अनुकरणीय है.
इस अवसर पर आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने कबीर साहब को कर्म प्रधान कवि बतलाते हुए कहा कि उन्होंने मध्यकालीन भारत के विभिन्न कुरीतियों पर कुठाराघात किया था और सही मायने में वे महान समाज सुधारक थे. साथ ही उन्होंने कहा कि सशक्त और विकसित भारत के लिए अलगाववादी एवं साम्प्रदायिक विचारों को त्याग कर संत सम्राट शिरोमणि कबीरदास जी के ढ़ाई आखर प्रेम को अपनाने की जरूरत है. वहीं उन्होंने कहा कि लोगों को एक बार कबीर साहब के “संत ना छाड़ै संतई, जो कोटिक मिले असंत। चन्दन भुवंगा बैठिया तऊ शीतलता न तजंत।।” जैसे पवित्र दोहों के अर्थ पर गौर फरमाना चाहिए. क्योंकि कबीर साहब के काव्य रचना और उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और वे दो सम्प्रदायों के बीच सेतु बनकर आये थे. साथ ही वे हर जात और धर्म के लोगों को एक मानव समाज की दृष्टि से देखते थे. ऐसे में देश के नागरिकों को कबीर साहब के आपसी प्रेम, मेलजोल व भाईचारे जैसे पवित्र सम्प्रेषण को अपने जीवन में ढ़ालने की जरूरत है.
मौके पर संत कार्तिक साहेब, पांचू साहेब, राम लगन साहेब, बौधू साहेब, हीरालाल साहेब, राजकुमारी दासीन, काला देवी, सुमित्रा दासीन सहित कई साधु – संत – महात्मन एवं कबीर के अनुयायी उपस्थित थे. कार्यक्रम के आयोजन में संत कार्तिक साहेब, सुशीला देवी, सेवा निवृत्त अंचल के वरीय लीपिक रामदेव पासवान, ग्रामीण आवास सहायक सुनील कुमार पासवान, राकेश सिंह कुशवाहा, अनिकेत कुमार गाँधी, हरिवंश कुमार, बुलबुल देवी व सूर्यवंश का सराहनीय योगदान रहा.