लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : वैसे तो साइबर क्राइम को लेकर लोगों को जागरूक किया जाता रहा है और किसी को भी ओटीपी नहीं बताने की सलाह दी जाती रही है. बावजूद इसके लोग गलती कर रहे हैं और उनकी यह गलती भारी पड़ रहा है. कुछ ऐसा ही एक मामला जिले के गोगरी थाना क्षेत्र से सामने आया है और साइबर ठगों ने एक बैंक उपभोक्ता के खाते से 15 मिनट में 11 लाख रूपये उड़ा ले गए है.
दरअसल जिले के गोगरी थाना क्षेत्र के गोगरी जमालपुर निवासी मनोज कुमार उर्फ़ मुन्ना के पुत्र मयंक सुमन के मोबाइल पर रविवार की रात एक कॉल आया. कॉलर ने खुद को बैंक अधिकारी बताया और फिर बैंक उपभोक्ता को विश्वास में लेने के लिए साइबर ठग ने मयंक सुमन का नाम, पता व मोबाइल नंबर सहित सारी जानकारी बता दी. जिसके बाद मयंक से बार-बार ओटीपी पूछा जाता रहा और वे हर बार साइबर ठग को बैंक अधिकारी समझ ओटीपी बताते रहे. साथ ही उनके खाते से रूपयों की निकासी होती रही.
बताया जाता है कि साइबर ठग ने मयंक से पांच बार ओटीपी पूछा और पांच बार में उनके खाते से कुल रकम 11 लाख रुपये उड़ा लिए गए. बैंक खाता से रकम निकलने की भनक मयंक को रविवार की रात ही लग गई. जिसके बाद उन्होंने बंधन बैंक के कॉल सेंटर में फोन किया और अपना खाता बंद करवाया. लेकिन तबतक देर हो चुकी थी और उनके खाते से तीन-तीन लाख की दो बार, दो लाख की एक बार, ढाई लाख की एक बार और पचास हजार की एक बार निकासी हो चुकी था. साइबर ठग ने अपने इस गोरखधंधे को करीब 15 मिनट में अंजाम दे दिया था.
घटना के बाद पीड़ित के द्वारा मामले की शिकायत बैंक अधिकारियों सहित स्थानीय पुलिस से की गई. सोमवार को मयंक सुमन के लिखित आवेदन के आधार पर गोगरी थाना में कांड संख्या 10/22 दर्ज किया गया. साथ ही कांड के अनुसंधानकर्ता आशुतोष कुमार मामले की तहकीकात में जुट गए हैं. बताते चलें कि 13 जनवरी को भारतीय स्टेट बैंक के परबत्ता शाखा के बैंक उपभोक्ता अगुवानी निवासी सज्जन सिंह के खाते से भी साइबर ठग ने करीब 74 हजार रुपए गायब कर दिया था.