महेशखूंट व गोगरी के थानाध्यक्ष को एसपी ने किया निलंबित
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : अपने कार्यकाल के दौरान कुछ पुलिसकर्मी ऐसा कुछ कर जाते हैं जिसपर एक बारगी तो विश्वास करना भी मुश्किल होता है. लेकिन यह सच्चाई है, यह बात पुलिस कप्तान अमितेश कुमार के निर्देश पर गोगरी डीएसपी के द्वारा किये गए जांच में सामने आई है. जिसके बाद एसपी अमितेश कुमार नें शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के दो थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया है. साथ ही दोनों पुलिस पदाधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि फर्जी तरीके से प्राथमिकी दर्ज कर फतेहपुर निवासी छोटे सिंह नामक एक शख्स को जेल भेजने के मामले में महेशखूंट और गोगरी थानाध्यक्ष की भूमिका की जांच को लेकर रामपुर के सरपंच नूर आलम और छोटे सिंह के परिजन ने गुहार लगाई थी . मामले में एसपी ने गोगरी डीएसपी मनोज कुमार को जांच का निर्देश दिया था. गोगरी डीएसपी की जांच में दोनों ही थानाध्यक्ष दोषी पाए गए. जिसके बाद एसपी अमितेश कुमार ने दोनों पुलिस पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण की मांग की थी. लेकिन दोनों ने एसपी के आदेश की अवहेलना करते हुए जवाब नहीं दिया. जिसके बाद एसपी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर दोनों पुलिस पदाधिकारियों के निलंबन की अनुशंसा किया था और शुक्रवार को चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद एसपी ने गोगरी थानाध्यक्ष पवन कुमार और महेशखूंट थानाध्यक्ष नीरज कुमार ठाकुर को निलंबित कर दिया है.
दरअसल मामला महेशखूंट थाना क्षेत्र के एक युवती का गोगरी थाना क्षेत्र के एक युवक के साथ प्रेम प्रसंग में फरार होने का था. मामले में आरोपी युवक के भाई छोटे सिंह को महेशखुंट पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया और उसे छोड़ने के एवज मे 25 हजार रिश्वत की डिमांड किया गया. लेकिन महेशखुंट पुलिस ने उनके परिजन से 25 हजार रिश्वत भी ले लिया और छोटे को गोगरी पुलिस के हवाले कर दिया गया. उधर गोगरी पुलिस के द्वारा छोटे को रात्रि में संदिग्ध अवस्था में घूमने की बात कहते हुए गोगरी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया गया था.