खगड़िया पहुंचे सीएम, बोले – खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को गंगा की बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने सड़क मार्ग से जिले की सीमा में प्रवेश किया. जहां उन्होंने कोरचक्का दुधैला स्लूईस गेट का निरीक्षण किया. वहीं से सीएम कुछ दूर पैदल चलकर गंगा नदी से लबालब गोगरी नारायणपुर तटबंध को देखा. जिसके उपरांत उन्होंने राजकीयकृत उच्च माध्यमिक विद्यालय भरतखंड में बाढ़ राहत शिविर, आपदा राहत केन्द्र, कोरोना वैक्सीनेशन का जायजा लिया . साथ ही बाढ़ पीड़ितों के भोजन की गुणवत्ता को परखा.
सीएम ने अधिकारियो को गोगरी-नारायणपुर तटबंध पर विशेष नजर बनाए रखने की बात कहीं. वहीं उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि बिहार के खजाने पर सबसे पहला हक आपदा पीड़ितो का है और बाढ़ पीड़ितों को समुचित लाभ मिल रहा है या नहीं, इसका मॉनिटरिंग भी जरूरी है. उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग अपने कार्य में लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री ने माना कि इस वर्ष गंगा का जलस्तर 2016 के रिकार्ड तोड गया है. मौके पर जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने सीएम को गंगा के बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र एवं बाढ़ पीडितों के बीच राहत को लेकर विभिन्न जानकारियों से अवगत कराया.
मुख्यमंत्री के आने से पूर्व ही राजकीयकृत उच्च विद्यालय भरतखंड के मैदान में उनका हेलीकॉप्टर पहुंच चुका था. जबकि वे सड़क मार्ग से यहां पहुंचे. मुख्यमंत्री के अगुवाई में स्थानीय विधायक डॉ संजीव कुमार अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे. साथ ही स्थानीय सांसद भी मौके पर दिखाई दिये. वहीं एसपी अमितेश कुमार, डीडीसी अभिलाषा शर्मा, एडीएम शत्रुंजय मिश्र, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सुभाषचन्द्र मंडल, डीएसपी मनोज कुमार, प्रखंड़ विकास पदाधिकारी अखिलेश कुमार, सीओ अंशु प्रसून आदि सहित पंचायत जनप्रतिनिधि, राजनीति दल के कई नेता उपस्थित थे. मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर प्रशासनिक तौर पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था.
उल्लेखनीय है कि खगड़िया-भागलपुर सीमावर्ती क्षेत्र के परबत्ता प्रंखड के कोरचक्का दुधैला स्लूईस गेट के समीप गोगरी नारायणपुर तटबंध पर गंगा के पानी का दबाव बना हुआ है. गोगरी नारायणपुर तट बंध को बचाने के लिए बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, जिला प्रशासन सहित ग्रामीण भी विगत एक सप्ताह से कड़ी मेहनत कर रहे हैं. सौढ उत्तरी पंचायत के वार्ड नंबर 7, 8, 9, 11, 12 (नयावास कोरचक्का) एवं सौढ दक्षिणी पंचायत के 10, 11 (विकास नगर भरतखंड) पूरी तरह जलमग्न हो चुका है और बाढ़ पीड़ित राहत शिविर में ठहरे हुए हैं. बाढ़ से दोनों पंचायत में लगभग 6 हजार की आबादी प्रभावित हो चुकी है. इसके साथ ही सलारपुर, बिशौनी, छोटी लगार, इंग्लिश लगार, तेमथा करारी शर्मा टोला, मुस्लिम टोला, अडगल्ला टोला, माधवपुर, विष्णुपुर, मुरादपुर, जागृति टोला डुमरिया खुर्द आदि गांव जलमग्न है.