
कोरोना से मृत्यु पर आश्रितों को दी गई 4-4 लाख की राशि का स्वीकृति पत्र
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : समाहरणालय के सभाकक्ष में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में कोराना संक्रमण के कारण वेवक्त काल के गाल में समा गए लोगों के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान राशि के तहत चार-चार लाख की राशि स्वीकृत होने के पत्र का वितरण जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष के द्वारा प्रदान किया गया. उल्लेखनीय है कि प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार जिला के कुल 127 लोगों की मृत्यु कोविड संक्रमण से हुई है. जिनमें से 51 मृतकों के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान की राशि का वितरण किया गया. वहीं बताया गया है कि शेष मृतकों के आश्रितों को भुगतान के लिए सत्यापन की कारवाई की जा रही है. जबकि सिविल सर्जन से प्राप्त सूची में अंकित मृतकों के आश्रितों को राशि का भुगतान किए जाने के लिए प्राप्त आवेदन पत्र के आलोक में सत्यापनोपरांत उनके बैंक खाते में राशि प्रेषित की जा रही है.
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गौरतलब है कि कोविड-19 से मृत व्यक्तियों के आश्रितों को अनुग्रह के रूप में 4 लाख का भुगतान किए जाने की घोषणा मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया था. जबकि भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा भी कोविड महामारी को अधिसूचित आपदा में शामिल किया गया था. इस आलोक में आपदा प्रबंधन विभाग बिहार द्वारा राज्य संसाधन से मृतकों के निकटतम आश्रितों को चार लाख अनुग्रह अनुदान की राशि उपलब्ध कराई जा रही है.
इधर जिलाधिकारी, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सिविल सर्जन के द्वारा मृतकों के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान की राशि के स्वीकृति पत्र का वितरण किया गया. बताया जाता है कि यह राशि अगले दिन लाभुकों के खाते में स्थानांतरित हो जाएगी. इस क्रम में पार्वती देवी, अब्दुल गनी, शोभा देवी, मैमून खातून, श्वेता कुमारी, जागेश्वर साह, प्रीति कुमारी, निरजा देवी, रागिनी देवी, सैयद फरहान हसन, गीता देवी, मंजू देवी, प्रभादेवी, सुधा देवी, माया देवी, झुना देवी, कुसुम कुमारी, पुनीता कुमारी, नीलम देवी, शैलेंद्र कुमार, मनोज कुमार सिंह आदि को अनुग्रह अनुदान राशि स्वीकृति पत्र का वितरण किया गया.
मौके पर पर जिलाधिकारी ने कोविड-19 के संभावित तीसरे लहर के मद्देनजर टीकाकरण एवं सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि शेष बच गए मृतकों के आश्रितों को भी अनुग्रह अनुदान की राशि का भुगतान करने की कार्रवाई की जा रही है. इस संबंध में किसी भी बिचौलिए का सहारा ना लें और जिला प्रशास अनुग्रह अनुदान का भुगतान करने के लिए कृत संकल्पित है. साथ ही उन्होंने कहा कि अभी भी किसी व्यक्ति ने इस संबंध में अपना आवेदन नहीं दिया है तो वे अपना आवेदन दे सकते हैं.