
कोरोना काल में अगुवानी-सुल्तानगंज निर्माणाधीन पुल को भी ऑक्सीजन का इंतजार
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : कोरोना संक्रमण काल का विपरित प्रभाव अगुवानी – सुल्तानगंज घाट के बीच गंगा नदी पर बन रहे फोर लेन पुल निर्माण कार्य पर भी पड़ा है. हलांकि इस बीच पुल के संपर्क पथ निर्माण कार्य ने गति पकड़ ली है. लेकिन कोरोना लेकर देश भर में ऑक्सीजन की मांग बढ़ने से इस दौर में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के कारण पुल निर्माण का विभिन्न कार्य ठप पड़ गया है.
पुल निर्माण कंपनी एस पी सिंगला के प्रोजेक्ट डाईरेक्टर ईं. आलोक झा के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी कारण सेंट्रींग, फेब्रिकेशन आदि का कार्य बंद है और यदि ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत नहीं होती तो 500 मीटर तक पुल के छत का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया होता. उन्होंने बताया कि लगभग 750 मीटर छत पाया पर लटका हुआ है, जिसे सिर्फ जोड़ने का कार्य शेष रह गया है. हलांकि ऑक्सीजन सिलेंडर से प्रभावित कार्यों को यदि छोड़ दें तो पुल निर्माण का अन्य कार्य जारी है. इस बीच गंगा नदी की पानी में बढ़ोत्तरी होने लगी है. जिसके मद्देनजर सुपर स्ट्रक्चर का कार्य तेजी से चल रहा है.
महत्वाकांक्षी है यह परियोजना
बिहार सरकार की इस परियोजना को काफी महत्वाकांक्षी माना जाता है. जिसकी लागत का आरंभिक मूल्यांकन 1710.77 करोड़ किया गया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को परबत्ता के एम डी कॉलेज मैदान में इसका शिलान्यास किया था तथा 9 मार्च 2015 को मुरारका कॉलेज सुलतानगंज के मैदान से पुल निर्माण का कार्यारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा ही किया गया था इस पुल के निर्माण से उत्तर तथा दक्षिण बिहार के बीच की दूरी काफी कम हो जायेगी. इसके अलावा प्रति वर्ष श्रावणी मेला में देवघर जाने वाले लाखों कांवरियों को भी इससे फायदा होगा. पुल के निर्माण से एन एच 31 तथा एन एच 80 आपस में जुड़ जायेंगे. बता दें कि राष्ट्रीय उच्च पथ 31 स्थित पसराहा एवं मुंगेर भागलपुर राष्ट्रीय उच्च पथ 80 स्थित सुल्तानगंज के पास फोरलेन सड़क का मिलान किया जाना है. महासेतु की लम्बाई करीब 3.160 किलोमीटर है. जबकी एप्रोच पथ की कुल लम्बाई करीब 25 किलोमीटर बताया जाता है.