सामुदायिक रसोई में जरूरतमंदों के लिए बन रहा भोजन, अब तक 1963 लाभान्वित
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : सरकार से प्राप् निर्देश के आलोक में जिले के सभी अंचलों में सामुदायिक रसोई की व्यवस्था शुरू करा दी गई है. कोरोना संक्रमण के प्रसार पर नियंत्रण लगाने के उद्देश्य से लगाये गए लॉकडाउन के दौरान मजदूर, निर्धन, निराश्रित, निशक्त आदि जैसे जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की संभावित समस्या को देखते हुए सामुदायिक रसोई की शुरुआत की गई है, जहां ऐसे लोग प्रतिदिन दिन और रात में भोजन प्राप्त कर रहे हैं.
जिसे के सातों अंचलों में 1-1 सामुदायिक रसोई शुरू की गई है. जहां जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. इस कड़ी में सदर अंचल के बापू मध्य विद्यालय, बलुआही, अलौली के मध्य विद्यालय, मानसी के बापूजी स्मारक मध्य विद्यालय, चौथम के विजय बालिका विद्यालय, परबत्ता के मध्य विद्यालय, करना, बेलदौर के गांधी इंटर विद्यालय, गोगरी के मध्य विद्यालय, उसरी में समुदायिक रसोई का संचालन हो रहा है. बुधवार को दिन और रात मिलाकर कुल 809 व्यक्तियों ने सामुदायिक रसोई में खाना खाया. जबकि अब तक कुल 1963 व्यक्ति इससे लाभान्वित हो चुके हैं.
जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने जिलो सभी अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इन सामुदायिक रसोई के संचालन में बिजली, पेयजल, साफ-सफाई, हैंडवॉश एवं सैनिटाइजर की व्यवस्था भी रहनी चाहिए. साथ ही सामाजिक दूरी एवं अन्य कोविड सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए स्वादिष्ट भोजन जरूरतमंदों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. जिलाधिकारी ने सामुदायिक रसोई से लाभान्वित होने वाले लोगों की संख्या बढ़ाने पर जोर देते हुए डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर, कोविड केयर सेंटर, सभी अनुमंडलीय एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कोविड मरीजों के परिजनों को भी निबंधित कर पैक खाना दिन एवं रात में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. साथ ही बस पड़ाव, कुष्ठ-रोगी बस्ती, रैन बसेरा, राष्ट्रीय उच्च मार्ग आदि स्थलों पर भी लोगों को पैक खाना सामुदायिक रसोई से उपलब्ध कराने को कहा गया है. जबकि ईद के दिन सभी सामुदायिक रसोई में सेवइयां बनाने का भी निर्देश दिया गया है, ताकि इससे लोगों के बीच त्यौहार का उल्लास कायम रह सके. जिलाधिकारी ने अपील की है कि जिन लोगों को होटल, रेस्टोरेंट्स, ढाबा आदि बंद होने से भोजन की समस्या हो रही है, वे भी सामुदायिक रसोई से खाना प्राप्त कर सकते हैं.