सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ने के लिए आत्मविश्वास के साथ ईश्वर में विश्वास आवश्यक
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : अखिल विश्व गायत्री परिवार की युवा इकाई प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ की बारहवीं वर्षगांठ पर रविवार को एक समारोह का आयोजन किया गया. जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि संजीव डोम, डाक्टर अरुण कुमार जायसवाल, डाक्टर विजयेन्द्र कुमार विद्यार्थी एवं अमित कुमार के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. तत्पश्चात युवा प्रकोष्ठ खगड़िया के विभूति जी ने युगसंगीत के माध्यम से युवा मनों को छूने का प्रयास किया.
इस अवसर पर अरूण कुमार जायसवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि आज के युवाओं में भावनात्मक रिक्तता आ गई है और वो संघर्ष करने के बजाय अपने माता-पिता को दोष देते हैं. युवाओं के अंदर नैतिकता का पतन होता जा रहा है और बात-बात पर गुस्सा करना व झल्लाना उनकी भावनात्मक कमजोरी को प्रर्दशित कर रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि नौजवानों में भावनाओं की शून्यता के कारण वह एक दूसरे को प्रेम नहीं दे पाते हैं. जबकि प्रेम के नाम पर आकर्षण के मायाजाल में फंसकर वो अपनी जिंदगी को दोराहे पर खड़ा कर बैठते हैं. वहीं उन्होंने नकारात्मकता के शिकार युवा पीढ़ियों को सफलता की सीढ़ियों पर चढने के लिए उन्होंने आत्मविश्वास के साथ ईश्वर विश्वास को भी अत्यंत आवश्यक बताया.
वहीं संजीव डोम ने संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं में अपार संभावनाएं हैं. लेकिन वो वैचारिक रूप से मजबूत नहीं बन पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी एक विचार अपने मन में लेकर उसे दिन-रात प्रयास किया जाये तो प्रगति पथ पर कभी कोई बाधाएं नहीं आएगी. उन्होंने प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ के सामाजिक गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि आज ऐसे ही विचार वाले नौजवानों की समाज में आवश्यकता है, जो समाज के बुराईयों को दूर करें.
मौके पर प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अमित कुमार, अभिषेक,vनीरज,प्रिंस, रूपेश, बिपिन, विनोद, अमित ,उत्तम, संजीव, किशन, सौरभ आदि उपस्थित थे.