लॉकडाउन के बीच रक्षाबंधन का त्योहार,बहना भेज रही भाईयों को ऑनलाइन राखी
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : श्रावण पूर्णिमा और सावन के अंतिम सोमवारी का संयोग इस वर्ष 3 अगस्त को बन रहा है. साथ ही इस दिन भाई-बहन का मनाया जाने वाला पवित्र त्योहार रक्षाबंधन भी बेहद खास होने वाला है. क्योंकि इस बार ना ग्रहण की छाया है और ना भद्रा की. इसलिए आयुष्मान योग में बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधेगी.
पंडित कृष्ण कांत झा बताते हैं कि तीन अगस्त को राखी बांधने के लिए तीन सुबह साढ़े आठ बजे के बाद दिन भर का समय उत्तम है. भद्रा दो अगस्त दिन रविवार की रात्रि साढ़े आठ बजे से शुरू होकर तीन अगस्त की सुबह साढ़े आठ बजे तक है. इसलिए सोमवार की सुबह साढ़े आठ बजे से दिन भर रक्षा सूत्र बांधना श्रेयकर होगा.
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दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण काल में लॉकडाउन की वजह से इस वर्ष कई बहनों का अपने भाई से मिलने का इंतजार लंबा हो सकता है. उधर कुछ बहनों ने तो इस वर्ष खुद से अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने की उम्मीद छोड़ कर उन्हें ऑनलाइन ही राखी भेज चुकी है. लॉकडाउन के कारण बाजार से खुद भाईयों के लिए राखी खरीद लाने के चलन इस वर्ष नहीं दिख रहे और ऑनलाइन राखी खरीदने और भेजने का सिलसिला जारी है.
उधर जल सेना में कार्यरत परबत्ता प्रखंड के लोनियाचक मथुरापुर निवासी प्रभुनारायण कुमार को बहन फूल कुमारी ने ऑनलाइन राखी भेजी है. मध्य विद्यालय हरिणमार में कार्यरत शिक्षक बिशौनी निवासी प्रवीण कुमार गौतम ने बताया है कि प्रत्येक वर्ष वे रक्षा बंधन पर राखी बंधवाने के लिए अपनी बहन प्रीति झा के पास मुम्बई जाते थे. लेकिन लॉकडाउन की वजह से इस ऐसा संभव नहीं होने की उम्मीद को देखते हुए बहन ने ऑनलाइन राखी भेज दी है. शिक्षिका भावना कुमारी अपने भाई को मधेपुरा , सुधा भुषण अपने भाई को कोच्चि, शिवांगी अपने भाई को बिहारशरीफ, गुजरात से भारती कुंवर व हरियाणा से कुंदन कुमारी नयागांव अपने भाई मारूति नंदन मिश्र को, मुजफ्फरपुर से आरती कुमारी अपने भाई सुमन झा को , ममता देवी अपने भाई लोनियाचक मथुरापुर निवासी संतोष भारद्वाज को, प्रीती कुमारी अपने भाई संजीव कुमार को, श्रीरामपुर ठुठ्ठी से रचना कुमारी व अर्चना कुमारी मुम्बई में रहे अपने भाई सर्वेश सिंह आनंद को भेज चुकी है. जबकि दिल्ली में अभिजीत रंजन , गुजरात में भवानी शंकर , बेगलुरू में रह रहे कुल्हडिया निवासी मनीष कुमार को भी बहन संध्या, बिंदिया की राखी मिल चुकी है. साथ ही दिल्ली से शाम्भवी सिंह ने नयागांव अपने भाई शुभम को ऑनलाइन राखी भेजी है.