बाबा साहब के बताये मार्ग पर चलकर ही विश्व का कल्याण संभव : दीपक
लाइव खगड़िया : छात्र संगठन आइसा के द्वारा बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती मंगलवार को संगठन के जिला संयोजक दीपक कुमार दीपक के आवास पर मनाया गया. लॉक डाउन के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आयोजित एक छोटे कार्यक्रम में 20 जरूरतमंद परिवारों को राशन भी उपलब्ध कराया गया. मौके पर दीपक कुमार दीपक ने कहा कि आज पूरा विश्व कोरोना संकट के दौर से गुजर रहा हैं और इस संकट से बाहर निकलने के लिए सोशल डिस्टेनसिंग ही सबसे उचित कदम है. जिसका हर हाल में पालन होना चाहिए.
साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे संकट काल में एक महापुरुष की जयंती विश्व को एक नया राह प्रदान करेगा. वहीं उन्होंने बताया कि विपदा की घड़ी में बडे पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित कर जयंती मनाना उचित नहीं था. इसलिए आदर्शवादी तरीके से जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. आगे उन्होंने कहा कि विद्वानों के द्वारा ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस महामारी के बाद विश्व एक भयंकर मंदी की दौर से गुजरेगा. क्योंकि इस महामारी ने सभी देशों की अर्थव्यवस्था डगमगा दी है. ऐसे में विश्व का सबसे बड़ा मंदी के दौर सन् 1929-30 को याद करना होगा. जिससे उबरने के लिए ब्रिटेन में विश्व के 40 देशों के अर्थशास्त्रीयों की बैठक बुलाई गई थी और मंदी से बाहर आने के रास्ता ढूंढने के लिए कहा गया था. उस 40 विद्वानों में से एक विद्वान भारत के भी थे. जिनका नाम अंबेडकर था. जबकि बांकि 39 देश के विद्वानों के हाथों में बाबा साहब द्वारा लिखित किताब “द प्रॉब्लम ऑफ रुपिज” था. ऐसे में माना जा सकता है कि इस दौर में भी बाबा साहब के बताये मार्ग पर चल कर ही विश्व का कल्याण संभव है. मौके पर आइसा के नेता सुरेंद्र कुमार, पिंकेश कुमार, प्रशांत कुमार, राहुल कुमार, सचिन कुमार, ललित शर्मा, अमन कुमार, छोटू कुमार आदि मौजूद थे.