
जल व हरियाली के बीच ही है जीवन : मुख्यमंत्री
लाइव खगड़िया : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिले के बेलदौर प्रखंड के तेलिहार में जल-जीवन-हरियाली यात्रा के दौरान जागरूकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें 2006 से काम करने का मौका मिला और तब से वे न्याय के साथ विकास के पथ पर लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस क्रम में हर इलाके का विकास हो रहा है. साथ हशिये पर रह रहे लोगों के उत्थान के लिए विशेष पहल कर उन्हें विकास के मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है.
वहीं उन्होंने खगड़िया की चर्चा करते हुए कहा कि यह जिला चारों तरफ पानी से घिरा रहता है. हर सूरत-ए-हाल में उन्होंने सबके जीवन को बेहतर बनाने एवं यातायात को सुगम करने का काम किया. वहीं उन्होंने कहा कि सबकी खिदमत करना ही उनका धर्म है. मौके पर सीएम ने कहा कि वर्ष 2007 की बाढ़ में 22 जिलों के 2.5 करोड़ लोग प्रभावित हुए थे. उसी समय उन्होंने जिले के लोगों से सचेत रहने के लिए कहा था और बाद में यह इलाका भी प्रभावित हुआ. साथ ही उन्होंने कहा कि 2007 से आपदा पीड़ितों को मदद पहुंचाते रहे हैं और सरकार के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक है.
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिहार में 15 जून से ही मानसून की शुरुआत हो जाती थी और औसतन 1200 से 1500 मिलीमीटर वर्षापात हुआ करता था. लेकिन पिछले 30 साल वर्षापात का आंकड़ा देखा जाये तो औसतन 1500 मिलीमीटर से घटकर 1027 मिलीमीटर हो गया है. जबकि विगत 13 सालों का औसत वर्षापात घटकर 901 मिलीमिटर पर पहुंच गया है. इस क्रम में भूजल स्तर दक्षिण बिहार के साथ-साथ उत्तर बिहार के दरभंगा में भी काफी नीचे चला गया है. ऐसे में यह कुदरत भी इंसानों को सचेत होने का संकेत दे रहा है और दुनिया के कई देशों में भूजल स्तर समाप्त हो गया है. वहीं उन्होंने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान से बिहार अपने पुराने भूजल स्तर को कायम करेगा और इससे पर्यावरण भी अनुकूल रहेगा.
मुख्यमंत्री ने जनसभा में मौजूद लोगो से हाथ उठाकर मानव श्रृंखला में शामिल होने का संकल्प लिया. साथ ही उन्होंने कहा कि जल महत्वपूर्ण है और इस बात को लोगों को समझना होगा. क्योंकि जल व हरियाली के बीच ही जीवन है. वहीं उन्होंने अभियान का मकसद बताते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन में सुधार, पर्यावरण संकट से छुटकारा एवं सामाजिक जागृति लाना ही अभियान का उद्देश्य है. यदि मनुष्य को अपना व पशु-पक्षियों का जीवन बचाना है तो जल के साथ-साथ हरियाली को बचाने के लिए भी सचेत और जागरूक होना पड़ेगा. मौके पर सीएम ने पृथ्वी के संरक्षण और अपने जीवन की रक्षा के लिए लोगों से मिलकर काम करने का आग्रह किया.