
दलित-महादलित महापंचायत का फैसला डॉ.विवेकानंद व ई.धर्मेंद्र के पक्ष में
लाइव खगड़िया : शहर के चित्रगुप्त नगर स्थित टाउन हॉल में रविवार को आयोजित महादलित-दलित महापंचायत का फैसला डॉक्टर विवेकानंद एवं इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार के पक्ष में रहा है. महापंचायत में महादलित-दलित समाज के 753 लोगों ने शिरकत किया. हलांकि इस महापंचायत में दूसरे पक्ष ने भाग नहीं लिया. बताया जाता है कि उन्हें इसकी पूर्व में ही सूचना दी गई थी. ऐसी स्थिति में पंचों ने एकमत से डॉक्टर विवेकानंद एवं इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार के विरूद्ध दूसरे पक्ष द्वारा दलित उत्पीड़न एक्ट के उपयोग को गलत बताते हुए दोनों को बाइज्जत बरी करने का फैसला लिया. महापंचायत की अध्यक्षता पूर्व जिला पार्षद केदार पासवान और मंच संचालन रंजीत रमन ने किया.
उल्लेखनीय है कि डॉक्टर विवेकानंद एवं इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार पर परमानंदपुर निवासी किरानी पासवान द्वारा दलित उत्पीड़न एक्ट के तहत मुकदमा करने के मुद्दे पर डॉक्टर विवेकानंद के द्वारा महापंचायत बुलाया गया था. वहीं पंचों ने आपसी विवाद को थाना और कोर्ट में ले जाने के बजाय आपस में पंचायत करके हल करने की बातें कही. ताकि थाने और कोर्ट पर कामों का अनावश्यक बोझ नहीं आये और समाज विकास की राह पर अग्रसर हो सके.
इस अवसर पर दलित समाज के अधिकांश सदस्यों ने दलित समाज के विकास हेतु शिक्षित व संगठित होकर संघर्ष करने का आह्वान किया. वहीं डॉक्टर विवेकानंद ने अपने प्रशिक्षण संस्थानों में बेरोजगार दलित युवकों को प्रशिक्षण का विशेष अवसर प्रदान करने का आश्वासन दिया. मौके पर होरिल पासवान (लाभगाव), राज किशोर पासवान (सैदपुर), रामसेवक सदा (विष्णुपुर), जोगिंदर रजक (त्रिभुवन टोला), लक्ष्मण सदा (रसोंक), संजय पासवान (ननकु मंडल टोला), विश्वनाथ रामेश्वरी, सुभाष रजक व अरविंद कुमार दास (आवास बोर्ड), कुली रजक (कासिमपुर), शंकर ताती (मथुरापुर) अनिरुद्ध झमटा, धीरज पासवान (सबलपुर) आदि मौजूद थे.