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जलजमाव पीड़ितों के साथ मजाक, राहत के नाम पर पहुंची टूटी नाव




लाइव खगड़िया : नगर सहित सन्हौली पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों के जलजमाव पीड़ितों की समस्याओं को लेकर प्रशासन कितनी गंभीर है इसकी एक बानगी सामने आया है. भले ही सरकार बाढ़ व जलजमाव पीड़ितों को राहत व सुविधा मुहैया कराये जाने का दावा कर रही हो लेकिन धरातल से जो तस्वीर उभड़ कर सामने आ रही है वो प्रशासनिक असंवेदनशीलता व लापरवाही को उजागर कर रहा है.




शहर से सटे सन्हौली पंचायत के वार्ड नंबर 20 के जलजमाव पीड़ित बुधवार की सुबह प्रशासनिक स्तर से भेजे गये एक नाव को देखकर उस वक्त दंग रह गये जब लोगों को राहत देने के नाम पर पहुंची नाव ट्रैक्टर पर ही पानी-पानी नजर आया. एक ऐसा नाव जो पानी में उतरने के पूर्व ही पनाह मांगता प्रतीत हो रहा था.

दरअसल जिला प्रशासन द्वारा मुहैया कराई गई जर्जर नाव ट्रैक्टर से उतरने के पूर्व ही टूट चुका था. हलांकि नाव ट्रैक्टर से लाने के क्रम में टूटी या फिर इसी हालत में इसे ट्रैक्टर पर चढ़ाया गया यह तो संबंधित पदाधिकारी या कर्मी ही जानें, लेकिन दोनों ही परिस्थितियों में कई सवाल खड़े होते हैं. जो राहत के नाम पर प्रशासन के लचर व्यवस्था को दर्शाता है.

उल्लेखनीय ही कि बीते दिनों की भारी बारिश से उपजी जलजमाव की स्थिति ने सन्हौली पंचायत के राजेंद्र नगर सहित नगर के वार्ड नंबर 14 व 15 के कई मुहल्ले के लोगों का जीना हराम कर रखा है. सप्ताह भर से अधिक समय तक पानी के जमा रहने से अब बदबू भी उठने लगी है. जिससे महामारी फैलने की आशंका से लोग सहमे हुए है. दूसरी तरफ जिले में डेंगू के मरीज भी सामने आने लगे है. मिली जानकारी के अनुसार जिले के गोगरी प्रखंड के इटहरी पंचायत के भुड़िया दियारा में बाढ़ राहत सहायता सामुदायिक शिवीर में प्रतिनियुक्त प्रभारी पर्यवेक्षक मोहम्मद असद उल्लाह शाद को डेंगू ने चपेट में ले लिया है. साथ ही शहर से भी डेंगू के लक्षण वाले कई मरीजों के सामने आने की चर्चाएं हैं.

उधर जलजमाव पीड़ितों के द्वारा बुधवार को समाहरणालय रोड को जाम कर आक्रोश व्यक्त किया गया. आक्रोशित जल निकासी की मांग कर रहे थे. वहीं जलजमाव पीड़ितों ने प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के विरोध में जमकर नारे लगाये और सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शित किया.


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