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रिटायरमेंट के 7 साल बाद फिर शुरू की पढ़ाई और कर गये यूनिवर्सिटी टॉप




लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : कहा जाता है कि सीखने व पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती और इंसान के अंदर यदि जिज्ञासा व ललक हो तो उम्र के एक पड़ाव पर आ कर भी उनके कदम नहीं रूकते हैं. अमूमन लोग रिटायरमेंट के बाद आराम की जिन्दगी जीना चाहते हैं और जिन्हें आराम पसंद नहीं वे ब्रजकिशोर ठाकुर सा एक बड़े सम्मान के साथ-साथ सुर्खियां भी बटोर जाते हैं.

जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत डुमरिया खुर्द निवासी 70 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक ब्रजकिशोर ठाकुर रांची विश्वविद्यालय के ज्योतिष विज्ञान में पीजी विभाग के यूनिवर्सिटी टॉपर बने हैं और 30 सितंबर को रांची विश्वविद्यालय के 33वें दीक्षांत समारोह में वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों गोल्ड मेडल से सम्मानित होंगे. दिलचस्प पहलू है कि शिक्षक पद से सेवानिवृत्ति के 7 साल बाद उन्होंने ज्योतिष विज्ञान की पढ़ाई शुरू की और टॉप कर गये.

पोते की कुंडली बनवाते वक्त ज्योतिष विज्ञान में बढ़ी जिज्ञासा

बताया जाता है कि ब्रजकिशोर ठाकुर जब अपने पोते हर्ष की कुंडली बनवा रहे तो तो उनके जेहन में ज्योतिष विज्ञान को बारीकियों को समझने की लालसा बढ़ी. चुकी वे गणित और फिजिक्स के टीचर रहे थे तो ज्योतिष विज्ञान को समझने में उन्हें सहूलियत हुई. फिर तो वे ना सिर्फ रांची यूनिवर्सिटी से ज्योतिर्विज्ञान (ज्योतिष विज्ञान) में मास्टर डिग्री ही हासिल किया बल्कि 2017-19 बैच में यूनिवर्सिटी में टॉप पर रहे.




2010 में हुए थे सेवानिवृत्त

शिक्षक बनने के बाद 1977 में उनकी पहली पोस्टिंग रांची जिले के घाघरा एसएस हाई स्कूल में हुई थी. 1985 में जब गुमला जिला बना तो यह स्कूल गुमला जिले में चला गया. उस दौर में आदिवासी समुदाय के बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए उन्हें खुद गांव-गांव भी घूमना पडा था. 1995 में उनका ट्रांसफर रांची के टाटीसिल्वे स्थित राज्यकीयकृत उच्च विद्यालय में हो गया और यहीं से वे 2010 में सेवानिवृत्त हुए. अपने कार्यकाल के दौरान वे तीन बार रांची में शिक्षा पदाधिकारी से हाथों सम्मानित हो चुके है.

मूल रूप से हैं खगड़िया के ही निवासी

सेवानिवृत शिक्षक ब्रजकिशोर ठाकुर का जन्म 1 जुलाई 1950 को खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत कवेला पंचायत के डुमरिया खुर्द गांव में एक किसान परिवार में हुआ था. उनके पिता स्व. मिश्री ठाकुर की समाज में एक अलग प्रतिष्ठा और पहचान रही थी. सेवानिवृत शिक्षक ब्रजकिशोर ठाकुर की प्रारंभिक शिक्षा श्री कृष्ण उच्च विद्यालय नयागांव में हुई थी. जबकि बीएससी उन्होंने शहर के कोसी कॉलेज से किया था. बहरहाल वो रांची में रह रहे हैं.


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