चल तो रहा है राहत शिविर लेकिन भूखे सो रहे हैं बाढ़ पीड़ित
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत लगार पंचायत के वार्ड नम्बर 05 एवं 06 में पड़ने वाले बिशौनी गांव के बाढ़ पीडितो ने बुधवार को गोगरी -नारायणपुर तटबंध को बिशौनी के पास घंटों जाम कर दिया. वहीं बाढ़ पीडितों का कहना था कि बिशौनी गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है और लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लेकिन बाढ़ से लोगों को हो रही परेशानियों का सुध स्थानीय प्रशासन के द्वारा नहीं लिया जा रहा है.
घंटों जाम के बाद मामले की जानकारी दूरभाष पर गोगरी अनुमंडल पदाधिकारी को दिया गया और मुआवजे संबंधित उनके आश्वासन पर बाढ़ पीड़ितों ने सड़क जाम समाप्त किया. हलांकि परबत्ता के अंचलाधिकारी मौके पर नही पहुंचे.
दूसरी तरफ गोगरी के अनुमंडल पदाधिकारी सुभाष चन्द्र मंडल ने बताया है कि सभी बाढ़ पीडितों की सूची बनाई जा रही है और नियमानुसार प्रत्येक बाढ़ पीड़ित परिवार को 6 हजार की राशि दी जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि घर छोड़ पलायन कर चुके बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविर लगाया गया है. साथ ही उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से धैर्य बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि नियमानुसार सभी बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा.
उल्लेखनीय है गंगा के बढ़ते जलस्तर के बीच जिले के परबत्ता प्रखंड की भी बड़ी आबादी बाढ से प्रभावित हुई है. बाढ़ के कारण सौढ उत्तरी पंचायत के बुद्धनगर, कोरचक्का, बाबाथान, पासवान टोला के वार्ड नंबर 7, 8, 9,10, 11, 12 एवं 13 के लोग घर छोड़ कर अस्थायी सेवा शिविर में शरण लेने को मजबूर है. वहीं सौढ दक्षिणी पंचायत के वार्ड नंबर 10 एवं विकासनगर वार्ड नंबर 11 के लोग जीएन बांध, मध्य विधालय सौढ एवं शिवमंदिर में शरण लिये हुए है. साथ ही सौढ दक्षिणी के प्राथमिक विद्यालय कोरचक्का में भी सैकडों बाढ पीड़ित जमा हैं. हलांकि प्रशासन द्वारा मंगलवार को कोरचक्का में राहत शिविर खोला गया. लेकिन वहां रह रहे बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि राहत शिविर में मुकम्मल सुविधा नहीं है. बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि करीब पचास लोगों को खाना दिया गया. जबकि राहत शिविर में करीब साढे तीन सौ लोग शरण लिये हुये हैं.
बाढ़ पीड़ित के दर्द को सुनें
बाढ़ पीड़ित किरण देवी, रेणुका देवी, गीता देवी, अनिता देवी, उषा देवी, आहो देवी, रेखा देवी, रिंकू देवी, नविता कुमारी, बीरो सहनी, तीरो सहनी, सुधीर सहनी, विनोदी सहनी, पप्पू सहनी, धनिक सहनी, जनार्दन सहनी आदि कि मानें तो राहत शिविर होने के बावजूद मंगलवार को सैकडों लोग भूखे रह गये. जबकि मुखिया प्रतिनिधि पवन सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी परबत्ता सीओ को दिया गया. लेकिन उनके द्वारा अबतक कोई पहल नहीं दिख रही. साथ ही उन्होंने सौढ उत्तरी एवं दक्षिणी पंचायत में दो राहत शिविर की और आवश्यता बताई है.