वास्तु शास्त्र के जनक भगवान विश्वकर्मा एक अद्वितीय शिल्पकुलाधिपति
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले भर में सोमवार को शिल्पीकार भगवान विश्वकर्मा की पूजा श्रद्धा,भक्ति एवं हर्षोल्लास के साथ किया जा रहा है.औद्योगिक क्षेत्र, फैक्ट्री, लोहे की दुकान,वाहनों के शोरुम,सर्विस सेंटर,कम्प्यूटर सेंटर,हाडवेयर की दुकान आदि की में भगवान विश्वकर्मा की पूजा विधि-विधान के साथ की जा रही है.मान्यता रही है कि भगवान विश्वकर्मा ने अपने ज्ञान और बुद्धि बल पर इन्द्रपुरी,यमपुरी,बरूणपुरी,कुवेरपुरी,पाण्डवपुरी,सुदामा पुरी,शिवमणलपुरी,रावण के सोने की लंका,भगवान विष्णु का चक्र,शंकर का त्रिशूल आदि सहित देवी-देवताओं के भवनों का निर्माण किया था और भगवान विश्वकर्मा की पूजा जनकल्याणकारी होता है.ऐसे में सृष्टिकर्ता,तकनीक के शिल्पकुलाधिपती और विज्ञान के जनक भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा अर्चना देश की उन्नति के लिए अतिआवश्यक है.
बताया जाता है कि कारीगरों के लिए यह दिन खासकर के बहुत ही महत्वपूर्ण है और इस दिन कारीगर अपने औजार की पूजा श्रद्धा व भक्तिभाव से धूम-धाम करते है.इस दौरान कई स्थानों पर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना किया जा रहा है.साथ ही साथ घर-घर में मशीनरी समान एवं वाहन की पूजा धूम-धाम से किया जा रहा है.आज के दिन कारीगर काम नहीं करते हैं.मान्यता रही है कि जिस औजार से उनकी जीविका चलती है वह औजार भगवान विश्वकर्मा द्वारा निर्मित किया गया है.कई पूज स्थलों पर संध्या के समय भक्ति जागरण का आयोजन किया जाना सुनिश्चित बताया जाता है.