
गंगा की उपधारा में पलटी नाव, नाव पर सवार थे 25 किसान
लाइव खगडिया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड में गंगा की जलस्तर में वृद्धि से लोग सहमें हुए हैं. बुधवार की सुबह कबेला पंचायत के जागृति टोला डुमरिया खुर्द से पश्चिम गंगा की उपाधारा में एक नाव पलट गई. जिस पर सवार दो दर्जन से अधिक पशुपालक एवं किसान तैरकर अपनी – अपनी जान बचाने में सफल रहे. बताया जाता है कि सभी किसान एवं पशुपालक दियारा इलाके से पशुओं का चारा लेकर नाव पर सवार होकर घर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान गंगा की उप धारा में नाव डगमगा कर पलट गई.

घटना की जानकारी मिलते ही तैराक ग्रामीणों ने गंगा की उप धारा में घुसकर लोगों को बचाने लगे. काफी मशक्कत के बाद रूबी देवी, अवधि मंडल, शंकर मंडल, मनोज मंडल, सरिता देवी, विकेश मंडल, रूबी देवी, गायत्री देवी, मनिता देवी, धर्मेंद्र कुमार, अमरेश कुमार, कुंदन देवी, संजीत मंडल, वेदानन्द मंडल, बुलेट मंडल, अभिषेक मंडल, दीपक मंडल, नवीन मंडल, दीपक मंडल, अरविंद कुमार, मिथिलेश मंडल, रेशम देवी, टिंकू देवी, चांदनी देवी, ब्यूटी कुमारी, गीता देवी, एंजिल मंडल, कारी देवी, मुकेश कुमार को सुरक्षित पानी से निकाला गया. बताया जाता है कि हर वर्ष बाढ़ के समय में उक्त स्थान के आसपास नाव डूबने की घटना होती रहती है.
एप्रोच पथ नहीं बनने से पुल का नहीं हो रहा उपयोग
ग्रामीणों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि 5 वर्ष पूर्व ग्रामीण कार्य विभाग ने एक पुल का निर्माण कराया था. जिससे यहां के किसानों को खेतबारी करने में सुविधा हो तथा बाढ़ के समय परेशानी नही हो. विभाग ने पुल का निर्माण तो करा दिया, लेकिन एप्रोच पथ अबतक नहीं बन पाया. ग्रामीण कार्य विभाग ने वर्ष 2021-22 में लगभग 7 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया था. लेकिन चार साल बीत जाने के बाद एप्रोच पथ का निर्माण नहीं हो पाया है. जिससे हल्की बारिश हो जाने से भी किसानों को काफी परेशानी होती है. वही ग्रामीण कार्य विभाग के एसडीओ संदीप कुमार ने बताया कि एप्रोच पथ का निर्माण निजी लोगों के जमीन में होना था. जिसको लेकर स्थानीय किसान ने आपत्ति जताई. जिसके बाद विभाग की ओर से अंचल अधिकारी को जमीन मापी के लिए पत्र लिखा गया है और जल्द ही एप्रोच पथ का निर्माण हो जायेगा.