
सड़क दुर्घटना में घायल की इलाज के दौरान मौत, मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत बैसा गांव में बीते 15 अप्रैल को शिकारी मंडल अगुवानी महेंशखुंट सड़क पर वाहन की चपेट में आने से जख्मी हो गए थे. लेकिन इलाज के दौरान गुरूवार को उनकी मौत हो गई. जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर अगुवानी महेंशखुंट सड़क मार्ग बैसा गांव के समीप जाम कर दिया. जाम की सूचना पर मडैया, परबत्ता, पसराहा, भरतखंड थाना की पुलिस मौके पहुंचकर जाम को हटाने का काफी प्रयास किया. लेकिन परिजन मुआवजे की मांग को लेकर आक्रोशित थे तथा स्थानीय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा रहे थे.

बताते चले कि बीते मंगलवार को शिकारी मंडल दोपहर में घर से खाना खाकर मजदूरी के लिए जा रहा था. इसी दौरान परबत्ता की ओर एक से तेज गति से आ रही चार पहिया वाहन ने उसे पीछे से धक्का दे दिया. हादसे में उनके सिर में काफी चोट लग गई और फिर परिजन उन्हें इलाज के लिए बेगूसराय ले गए. जहां से उन्हें पटना रेफर कर दिया गया और वहीं गुरूवार को उनकी की मौत हो गई.
इधर घटना को अंजाम देकर भाग रहे वाहन को चालक सहित पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया था. जबकि शिकारी मंडल की पत्नी प्रतिमा देवी ने 16 अप्रैल को थाना में आवेदन दिया और आवेदन के आलोक में प्राथिमिकी भी दर्ज कर ली गई. लेकिन गिरफ्तार चालक को थाना से ही बेल दे दिया गया. मामले पर थानाअध्यक्ष मोहम्मद फिरदौस ने बताया कि दुर्घटना के दिन वाहन मालिक को थाना पर बुलाया गया था और पीड़ित के परिजन व ग्रामीणों के द्वारा समझौता करने का प्रयास किया गया. साथ ही थानाध्यक्ष ने बताया कि पीड़ित के परिजन के आवेदन के आधार पर प्राथिमिकी दर्ज कर ली गई. जिसमे वाहन मोटर वाहन एक्ट का धारा लगाया है.

जाम की सूचना पर सीओ मोना गुप्ता भी मौके पर पहुंचकर आक्रोशित परिजन को समझाने का प्रयास किया. वहीं उन्होने बताया कि मुआवजा की प्रक्रिया है और उस आधार भी मुआवजा दिया जा सकता है. लेकिन यह मामला उन लोगो के अधिकार से बाहर का मामला है. बाद में सदर एसडीपीओ व परबत्ता, मडैया, पसराहा, भरतखंड थानाध्यक्ष, सीओ, बीडीओ मौके पर पहुंचकर परिजन को समझा बुझाकर 8 घंटे बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा. उसके बाद इस मार्ग पर यातायात सामान्य हो पाया.