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आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए आज के दिन ही शहीद हुए थे वीर सपूत अरविंद झा

लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखण्ड के माधवपुर पंचायत के मुरादपुर निवासी वीर सपूत अरबिंद झा आज के दिन ही शहीद हुए थे. वे 31 दिसम्बर 2001 को जम्मु कश्मीर के उड़ी सेक्टर में आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए देश के लिए शहीद हो गए.

शहीद जवान अरविंद  कुमार झा का जन्म 2 मई 1975 को परबत्ता प्रखण्ड अंतर्गत मुरादपुर गांव में हुआ था. स्व. रामेश्वर झा व स्व. भगवती देवी के चौथे सपुत अरविंद कुमार झा की प्रारम्भिक शिक्षा गांव के इंदिरा माध्यमिक विद्यालय एवं श्री कृष्ण उच्च विद्यालय नयागांव में हुआ था. दानापुर में 1991 में उन्हें थल सेना में नौकरी मिली थी और 24 आरआर रेजिमेंट में शामिल होकर देश की सेवा में लग गये.

चार भाई मे सबसे छोटे अरविंद कुमार झा फुटबॉल के बड़े बेहतरीन खिलाड़ी थे. हंसमुख मिजाज के अरविंद कुमार झा जब भी गांव छुट्टी में आते थे तो युवाओ में जोश भरने का काम करते थे. मुरादपुर के मैदान में युवाओ के साथ सुबह में दौड़ के साथ फुटबॉल भी खेला करते थे. आज भी इनकी कहानी सुनकर लोगो की आंखें नम हो जाती है. सामाजिक कार्यो में भी काफी रुची रखने वाले वीर सपूत शहीद जवान को कभी भूलाया नहीं जा सकता है.

2005 में किया गया था शहीद के आदमकम प्रतिमा का अनावरण

31 दिसंबर 2005 को मध्य विद्यालय मुरादपुर के मैदान में शहीद जवान अरविंद कुमार झा की आदमकम प्रतिमा का अनावरण तत्कालीन जिला परिषद के अध्यक्षा मीरा कुमार, जिला परिषद सदस्य शैलेंद्र कुमार शैलेश, परबत्ता थाना प्रभारी प्रमोद कुमार झा, मुखिया जनार्दन सिंह सहित स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधि व इलाके के शिक्षाविद्‌ व बुद्धिजीवियों के द्वारा किया गया था. अनावरण कार्यक्रम में रामेश्वर झा ने जब अपन शहीद पुत्र की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था तो सभी की आंखें नम हो गई थी. बताते चलें कि अमर शहीद जवान का स्मारक उनके पिता रामेश्वर झा व माता भगवती देवी द्वारा निर्मित किया गया है. उनके पिता ने राजस्थान के जोधपुर से प्रतिमा बनवाकर मंगवाया था.

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