1.55 करोड़ की लागत से भव्य काली मंदिर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड के कन्हैयाचक गांव में विगत साल अप्रैल माह में नया एवं भव्य काली मंदिर निर्माण को लेकर पुराने मंदिर को पूरी तरह से ध्वस्त किया गया था और साथ ही 18 अप्रैल 2022 को भूमि पूजन के साथ मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था. मिली जानकारी के अनुसार 1 करोड़ 55 लाख की लागत से बनने वाले इस मंदिर का निर्माण कार्य 5 नवंबर तक संपन्न हो जायेगा. मंदिर की भव्यता में चार चांद लगाने के लिए राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों से पत्थर मंगवाकर उस पर खूबसूरत नक्काशी बंगाल के कारीगर के द्वारा किया जा है.
ग्रामीण अनुपम कुमार मिश्र बताते हैं कि इस स्थान पर 30 वर्ष पूर्व पक्के का मंदिर बनाया गया था. लेकिन नया मंदिर बनाने की जरूरत इसलिए हुई कि हल्की बारिश में भी इसके गर्भ गृह में पानी जमा हो जाता था. हालांकि पूर्व में इसके उंचाई को भी बढ़ाया गया था. लेकिन सड़कों के ऊंचीकरण एवं आसपास नए निर्माण से मंदिर का लगभग पूरा हिस्सा गहराई में चला गया. साथ ही उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण को लेकर पुराने मंदिर को तोडने एवं भव्य मंदिर निर्माण को लेकर फुलाईस किया गया था और सहमति मिलने के बाद नए मंदिर के निर्माण का फैसला लिया गया.
मंदिर : 80 फ़ीट की उंचाई, शानदार नक्काशी
नवनिर्मित मंदिर के लिए कोलकाता के वास्तु कला के जानकार एवं कुशल इंजीनियरों से मंदिर का नक्शा तैयार करवाया गया था. मंदिर का पूरा निर्माण उन्हीं के देखरेख में हो रहा है. निर्माण समिति के सदस्यों की मानें तो इस मंदिर का आकार महद्दीपुर गांव में नवनिर्मित दुर्गा मंदिर से भी अधिक भव्य बनाने की योजना थी. लेकिन जगह की कमी मंदिर के आकार को बड़ा करने में बाधक बन गया. बावजूद इसके मंदिर की भव्यता को चार चांद लगाने के लिए कोई कसर नहीं छोडा जा रहा है. मंदिर के ऊपर तीन छोटे जबकि एक बड़े गुंबज का निर्माण किया गया है. मंदिर की कुल ऊंचाई करीब 80 फीट होगी. मंदिर में एक मुख्य द्वार है. गर्भ गृह को खूबसूरत बनाने के लिए नक्काशी के अलावा प्राकृतिक रोशनी मिलती रहे, इसका भी ख्याल रखा गया है. मंदिर निर्माण के दौरान आने वाली पूरी लागत ग्रामीण एवं यहां से बाहर रह रहे लोगों के द्वारा वहन किया गया. बताया जाता है कि प्रत्येक नौकरी पेशा लोगों ने अपने 1 महीने का वेतन मंदिर निर्माण कार्य के लिए दिया है. इस मंदिर के निर्माण को लेकर ग्रामीण एवं समिति के सदस्यों में उत्साह है.
नवनिर्मित मंदिर में पूजा कार्य
आचार्य विजय कृष्ण ने बताया है कि नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पांच दिवसीय कार्यक्रम सुनिश्चित किया गया है. जिसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. कलश शोभायात्रा में शामिल होने वाले इच्छुक महिला व कुंवारी कन्याएं 25 अक्टूबर तक काली मंदिर कन्हैयाचक में रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.
कार्यक्रम की तिथि
9 नवंबर को भव्य कलश शोभायात्रा, संध्या आरती
10 नवंबर को अधिवास पूजन, रात्रि में जागरण, संध्या महाआरती
11 नवंबर अधिवास पूजन, संध्या महाआरती, रात्रि में जागरण
12 नवंबर पूजन, नगर भ्रमण, संध्या में महाआरती, पिंडी अचल प्रतिष्ठा, मूर्ति चल प्रतिष्ठा
13 नवंबर पूजन, संध्या महाआरती, रात्रि में नाटक
14 नवंबर पूजन, हवन, चल मूर्ति विसर्जन