पुलिस का एक चेहरा यह भी, एक सैल्यूट तो बनता ही है
लाइव खगड़िया : पुलिस का नाम सुनते ही लोगों के जेहन में एक ऐसा चेहरा सामने आता है जिसमें पुलिस अपराधियों की धर-पकड़ कर मारती-पीटती दिखती है. वर्दी का खौफ दिखाना या फिर अपनी कड़क आवाज में लोगों को चेतावनी देना जैसे एक आम बात लगती है. लेकिन आज जिले में पुलिस का एक ऐसा चेहरा भी दिखा है, जिसे देखकर आप भी कह उठेंगे कि पुलिस का एक रूप यह भी है !
दरअसल शुक्रवार की दोपहर करीब 2 बजे खगड़िया आरपीएफ के निरीक्षक प्रभारी अरविंद कुमार राम एवं सहायक उप निरीक्षक ग्रहण वीर कुमार अपने थाने से निकलकर बाईपास की तरफ जा रहे थे. इसी दौरान उन्हें शहर के सन्हौली ढ़ाला के समीप एक महिला व उनके चार बच्चे नंगे पांव सड़क पर खड़ा दिखा. लेकिन उस परिवार के किसी भी सदस्य के पांव में चप्पल नहीं था. हलांकि इस दृश्य को वहां से गुजरने वाले तकरीबन हर लोगों ने निश्चय ही देखा होगा. लेकिन 42- 43 डिग्री की गर्मी व कड़ी धूप में नंगे पांव सड़क पर चलने वाले इन गरीब परिवार के दर्द को आरपीएफ के निरीक्षक प्रभारी अरविंद कुमार राम ने महसूस किया.
मामले को देख उन्होंने अपनी व्यस्त दिनचर्या के बीच समय निकाला और उस गरीब परिवार को अपनी गाड़ी में बैठाकर चप्पल की दुकान तक पहुंचे. सभी के लिए अपने पैसों से नई चप्पल खरीदी और फिर उन्हें उपहार स्वरूप भेंट कर दिया. इस मामले के बाद उस गरीब परिवार के जेहन में खाकी के प्रति नजरिये को उल्लेखित करना शायद जरूरी नहीं है, लेकिन ऐसे पुलिसकर्मियों के प्रति दिल से एक सैल्यूट तो बनता ही है.