किंग मेकर इज बैक, बदल जायेगी खगड़िया की राजनीतिक फिजा
लाइव खगड़िया : कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूर्ण कर चर्चित पूर्व विधायक रणवीर यादव गुरूवार की शाम पटना के आदर्श केंद्रीय कारा बेऊर से बाहर निकल आये. जहां बड़ी संख्या में उनके समर्थक उपस्थित थे और वहीं पूर्व विधायक का फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया गया. मौके पर पूर्व विधायक की पत्नी जिला परिषद अध्यक्ष कृष्णा कुमारी यादव, भाई बलबीर चांद उर्फ चांद यादव सहित पूर्व विधायक के दर्जनों समर्थक उपस्थित थे.
उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक रणवीर यादव को 1988 के एक पूराने मामले में बीते माह सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिल गई थी. गौरतलब है कि जिले के मानसी थाना कांड संख्या 192/ 88 सेशन केस संख्या 184/89 में मुंगेर न्यायालय प्रथम सत्र न्यायाधीश ने वर्ष 2016 में रणवीर यादव को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. बाद में मुंगेर कोर्ट के फैसले को पटना हाईकोर्ट में चुनौती दिया गया था और हाई कोर्ट ने उनके आजीवन कारावास की सजा को दस वर्ष की सजा में परिवर्तित कर दिया था. जिसके बाद पूर्व विधायक के द्वारा पटना हाईकोर्ट के फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दिया गया था और बीते माह सर्वोच्च न्यायालय के तीन बेंच के खंडपीठ न्यायमूर्ति संजय किशन कौल, न्यायमूर्ति अनसुद्दीन अनामुल्ला और अरविंद कुमार ने शेष मामले की सुनवाई के बाद उन्हें जमानत दे दी थी. इस बीच रणवीर यादव 26 दिसंबर 2016 से ही जेल में थे.
बहरहाल चर्चित पूर्व विधायक रणवीर यादव के जेल से रिहा होने के बाद जिले की राजनीतिक फिंजा बदल जाने की संभावना है. वैसे भी वे जिले की राजनीति के किंग मेकर के तौर पर जाने जाते रहे हैं और वर्षों तक जिले की राजनीतिक हवा उनके गलियारें से ही होकर गुजरती रही थी. आगामी वर्ष लोकसभा का और फिर उसके बाद विधानसभा का भी चुनाव होना है. चुनावी मौसम के दस्तक देने के पूर्व रणवीर यादव का जेल से रिहाई जिले के राजनीतिक मुकाबले को बेहद ही रोचक बना दे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए.