मुंगेर रूट में ट्रेन की संख्या बढ़ाने की मांग को लेकर दिया गया धरना
लाइव खगड़िया : रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति के द्वारा मंगलवार को खगड़िया रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार पर एक दिवसीय धरना दिया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के केंद्रीय संयोजक सुभाष चंद्र जोशी एवं संचालन केंद्रीय सह संयोजक उमेश ठाकुर ने किया.
मौके पर संबोधित करते हुए उमेश ठाकुर ने कहा कि 16 अप्रैल 2016 को मुंगेर पुल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. जिसकी लागत लगभग 36 सौ करोड़ था. लेकिन 7 वर्ष के पश्चात भी इस पुल से केवल चार -पांच ट्रेनों का परिचालन हो रही है. जबकि 1998-99 में पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शिलान्यास के दौरान कहा था कि उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाला यह मुख्य रेल सह सड़क मार्ग होगा इस पुल से प्रत्येक दिन लाखों लोग आवागमन करेंगे. लेकिन आज तक एक सपना ही रह गया.
इस अवसर पर रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति के केंद्रीय संयोजक सुभाष चंद्र जोशी ने संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुंगेर – खगड़िया रेल सह सड़क पुल पर आवागमन प्रारम्भ हुए 7 वर्ष बीत चुके हैं. लेकिन इस पुल का पूर्ण उपयोग रेल मंत्रालय नहीं कर रही है. जिससे जनता को भी पुल से पूर्ण लाभ नहीं मिल रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति रेल मंत्रालय से सहरसा से खगड़िया होते हुए भागलपुर के बीच, सहरसा या सुपौल से खगड़िया – मुंगेर – भागलपुर -साहेबगंज- रामपुर – वर्धमान के रास्ते हावड़ा अथवा सियालदाह के बीच, सहरसा या पूर्णिया से खगड़िया – मुंगेर – भागलपुर – बांका के रास्ते देवघर के बीच ट्रेन चलाने की मांग करती है.
मौके पर केंद्रीय सह संयोजक अब्दुल गणी, पूर्व मुखिया मक्खन शाह, समाजसेवी श्रवण पोद्दार, विनोद पोद्दार, बालकृष्ण कुमार, भारतीय नाई समाज के प्रांतीय मीडिया प्रभारी पांडव कुमार व जिलाध्यक्ष श्रवण ठाकुर, समाजसेवी सुनील पासवान आदि उपस्थित थे.