जन समस्याओं को लेकर मार्च में सीपीआई करेगी सत्याग्रह
लाइव खगड़िया : “केंद्र की भाजपा सरकार गरीब विरोधी है. मोदी सरकार सुनियोजित तरीके से जन वितरण प्रणाली के दुकान को समाप्त करने की कोशिश कर रही है. इस सरकार के कार्यकाल में महंगाई आसमान छू रही है. जिससे आमजन त्रस्त हैं. भाजपा और आरएसएस देश में धार्मिक उन्माद फैलाने में लगे हैं और देश के संविधान और लोकतंत्र पर खतरा है. ऐसे में जनता के हितों के लिए व्यापक मोर्चा बनाकर मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने की जरूरत है.”
उक्त बातें सीपीआई के बिहार राज्य सचिव रामनरेश पांडे ने पार्टी के अलौली अंचल परिषद द्वारा आयोजित नवीकरण समारोह को संबोधित करते हुए कहीं. जिले के अलौली के उच्च विद्यालय छिलकौड़ी के प्रांगण में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि सीपीआई जन सवालों को लेकर 27 से 29 मार्च तक पूरे बिहार में तीन दिनों का सत्याग्रह करेगी. यह कार्यक्रम सभी जिला के समाहरणालय के समक्ष आयोजित की जायेगी.
मौके पर संबोधित करते हुए सीपीआई के राज्य सचिव मंडल सदस्य प्रभा शंकर सिंह ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शहादत देने वाली पार्टी है और अलौली अंचल सहित पूरे जिला में भूमि आंदोलन और जन संघर्षों में दो दर्जन से ज्यादा नेताओं एवं पार्टी सदस्यों ने शहादत दी है. वहीं बखरी के विधायक सूर्यकांत पासवान ने कहा कि मोदी सरकार देश को तानाशाही से चलाना चाहते हैं. सदन के अंदर जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं होती है और बिना चर्चा के महत्वपूर्ण फैसले ले लिए जा रहे हैं. भाजपा सरकार केवल आरएसएस के एजेंडे को लागू करने में लगी है और आज लोकतंत्र पर खतरा बढ़ गया है. इसलिए सभी विपक्षी दलों को मिलकर इसका मुकाबला करना चाहिए. जबकि पार्टी के जिला मंत्री प्रभाकर प्रसाद सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि जिले में हजारों भूमिहीनों को बासगीत, सीलिंग, भूदान एवं बंदोबस्ती का पर्चा दिलाने का काम पार्टी ने किया है. साथ ही उन्होंने आगामी मार्च में आयोजित होने वाली तीन दिवसीय सत्याग्रह के लिए खगड़िया चलो का नारा देते हुए जन समस्याओं को लेकर लोगों से सत्याग्रह में शामिल होने की अपील किया. वहीं सहायक जिला मंत्री पुनीत मुखिया ने कहा कि अलौली अंचल के लगभग सभी पंचायतों में पार्टी ने गरीब भूमिहीनों को भूमि संघर्ष कर दिलाने का काम किया है.
समारोह की अध्यक्षता रामदास यादव ने किया. मौके पर पार्टी के जिला परिषद सदस्य छोटे लाल यादव, चंद्र किशोर यादव, रामदास यादव, राधेश्याम तांती, सकुना गुना, झूना देवी, घनश्याम तांती, भागवत सिंह आदि ने भी संबोधित किया.