
विभाग की नजर में जिले का एक मजदूर बड़ा कारोबारी, 37.5 लाख के माल का जीएसटी जमा करने का मिला नोटिस
लाइव खगड़िया : जिले का एक मजदूर उस वक्त हैरान रह गए, जब उनके कथित कंपनी पर 37.5 लाख रुपये के माल का टैक्स क्रेडिट नहीं करने संबंधित सेल टैक्स विभाग का नोटिस डाक के द्वारा प्राप्त हुआ. विभाग की नजरों में बड़े कारोबारी रहे मजदूर को तीन दिनों के अंदर ब्याज के साथ जीएसटी व पैनेल्टी जमा करने का अनुरोध मिलते ही उनके पैरों के नीचे से जमीं खिसक गई. इनपुट टैक्स क्रेडिट का हैरान कर देने वाला मामला खगड़िया से सामने आया है और लाखों के माल का टैक्स जमा करने का नोटिस जिले के अलौली थाना क्षेत्र के मेघौना गांव के गिरीश यादव को मिला है. बताया जाता है कि गिरीश गांव में ही किसानी और मजदूरी करते हैं और वे गरीबी रेखा के अन्तर्गत आते हैं. जिनकी सालाना आय महज 8 हजार रुपये बताया जाता है.
दूसरी तरफ विभाग ने गिरीश के नाम पर राजस्थान में कंपनी होने का उल्लेख किया है. वहीं बताया गया है कि बनारसी के एक फर्म ने उनकी कंपनी को बगैर माल की आपूर्ति किये 37.5 लाख का फर्जी इनवॉइस किया है. ऐसे में उन्हें विभाग के द्वारा ब्याज के साथ जीएसटी व पैनेल्टी जमा करने का नोटिस मिला है. उल्लेखनीय है कि इनपुट टैक्स क्रेडिट सामान बनाने वाले कारोबारियों को सरकार की तरफ से मिलता है. यह टैक्स में छूट होती है. इनपुट टैक्स क्रेडिट में करदाता पहले सामान खरीदने पर टैक्स का भुगतान करता है. बाद में जब वह वस्तु को बेचता है तो बिक्री पर क्रेडिट का दावा करता है. यह सर्विस और प्रोडक्ट दोनों की खरीदारी पर उपलब्ध है.
बताया जाता है कि गिरीश दिनभर मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरण-पोषण करते हैं. मामले पर वे बताते हैं कि उनके पैन कार्ड का फर्जी तरीके से इस्तेमाल कंपनी के लिए किया गया है. बताया जाता है कि वे कभी राजस्थान गये ही नहीं हैं. पीड़ित ने बताया है कि किसी ने फर्जी कंपनी खोली और लाखों के टैक्स चोरी की घटना को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि डाक से 17 अगस्त को उन्हें नोटिस मिला था. जिसके बाद अलौली थाना में वे मामले को लेकर शिकायत करने गए थे, लेकिन थानाध्यक्ष नहीं थे. ऐसे में 20 अगस्त को डीएम को आवेदन देकर मामले को लेकर शिकायत किया गया है.