बिहार बंद : उपद्रव मचाना पड़ सकता है भारी, सख्ती से निपटने की है प्रशासनिक तैयारी
लाइव खगड़िया : अग्निपथ योजना के विरोध में विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा शनिवार को आहूत बिहार बंद के दौरान उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है. बिहार सरकार से प्राप्त निर्देश एवं इंटेलिजेंस विभाग से प्राप्त इनपुट के आधार पर शनिवार को जिले के विभिन्न संवेदनशील स्थलों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जा रही है एवं उपद्रवियों व असामाजिक तत्वों पर पुलिस की कड़ी नजर होगी. बंद के मद्देनजर सभी संवेदनशील स्थलों पर पुलिस फोर्स बॉडी प्रोटेक्टर, हेलमेट एवं लाठी के साथ प्रतिनियुक्त किया जा रहा है और आवश्यकता पड़ने पर अश्रु गैस का प्रयोग भी किया जा सकता है.
जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष एवं पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार के संयुक्त अध्यक्षता में शुक्रवार की रात आयोजित वर्चुअल बैठक में विधि व्यवस्था के संधारण हेतु पदाधिकारियों को तड़के सुबह से ही तैनात रहने का निर्देश दिया गया है. जिले के संवेदनशील स्थल शहर का बेंजामिन चौक, रेलवे स्टेशन, रैक पॉइंट, राजेंद्र चौक, नेशनल हाईवे, गांधी चौक समाहरणालय के आसपास सहित महेशखूंट, मानसी, गोगरी, परबत्ता आदि क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल तैनाती का निर्देश दिया गया है. जो स्थिति पर सतत नजर बनाए रखेंगे. साथ ही क्विक रिस्पांस टीम भी जिले के दोनों अनुमंडलों में तैनात रहेगी. वहीं बताया गया कि जिला व पुलिस प्रशासन की विधि व्यवस्था संधारण पर पल-पल पर नजर होगी एवं आवश्यकता पड़ने पर उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस क्रम में असामाजिक तत्वों पर प्राथमिकी दर्ज कराने के साथ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. बंद के दौरान ड्रोन से भी प्रदर्शनकारियों पर नजर रखी जाएगी. प्रदर्शन के आड़ में असामाजिक तत्वों द्वारा उपद्रव मचाने और आगजनी करने पर प्रशासन की नजर होगी और आवश्यकता पड़ने पर उपद्रवी तत्वों को चिन्हित करते हुए उन पर प्राथमिकी दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
वर्चुअल बैठक में अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सहित जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों ने भाग लिया.