गजल संग्रह ‘बंजर में बहार’ पुस्तक का लोकार्पण
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड के बिशौनी गांव के अतिप्राचीन ठाकुरबाड़ी के प्रांगण में रविवार की देर संध्या श्रीशिवशक्तियोगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के सानिध्य में अगुआनी निवासी कवि शायर सह शिक्षक विकास सोलंकी द्वारा रचित ‘बंजर में बहार’ ग़ज़ल-संग्रह पुस्तक का लोकार्पण किया गया. वहीं ग्रामीणों ने परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज का चरण पखारते हुए पुष्प अर्पित कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया और तत्पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत हुई. मंच पर विराजमान परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज, स्वामी शिवप्रेमानंद, स्वामी मानवानंद, पंडित प्रेमशंकर भारती, कविवर राजकुमार, कवि मुरारी मिश्र, कवि दिलीप शास्त्री, कुंदन बाबा, कवि शायर विकास सोलंकी को उपस्थित प्रबुद्ध ग्रामीणों ने माल्यार्पण एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया. जिसके बाद कवियों के द्वारा काव्य पाठ, कविता, ग़ज़ल पेश किया गया.
इस अवसर पर स्वामी जी ने संबोधित करते हुए कहा कि साहित्य समाज को परस्पर जोड़ता है और समाज के निर्माण में साहित्य का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. गीत, ग़ज़ल व कविताएं समाज की संजीवनी है, जो एक दूसरे के हित में सदा काम करती है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह इत्र के स्पर्श मात्र से हम सुभाषित हो जाते हैं, ठीक उसी प्रकार साहित्य के संसर्ग में आकर हम संस्कारित हो जाते हैं. मानव से मानव आपस में कैसे जुड़ कर रह सकते हैं, यह बात भौतिकी, रसायन, गणित या विज्ञान नहीं बल्कि साहित्य ही बताता है.
मौके पर पंडित प्रेमशंकर भारती ने कहा कि विशिष्ट साहित्यिक अनुष्ठान के अंतर्गत पुस्तक लोकार्पण का कार्यक्रम ठाकुर जी के सामने होना अपने आप में एक सुखद व ऐतिहासिक है. वहीं भागलपुर से पधारे सुप्रसिद्ध गीतकार राजकुमार ने पुस्तक ‘बंजर में बहार’ ग़ज़ल संग्रह पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पुस्तक लय, छंद एवं भाव की दृष्टि से उत्कृष्ट है. जो कि पठनीय और युवाओं के लिए प्रेरणीय भी है. कार्यक्रम का मंच संचालन मनोज कुमार मिश्र ने किया