अद्भूत होगा वो नजारा जब 93 वर्षीय फूलझड़ी देवी देंगी तिरंगे को सलामी
लाइव खगड़िया : जिले के गोगरी प्रखंड के रामपुर गांव के स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय किशोरी बाबू की 93 वर्षीय पत्नी फूलझरी देवी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बुधवार को रामपुर ग्राम कचहरी में झंडोत्तोलन करेंगी.उम्र के एक पड़ाव पर आकर वैसे तो फूलझड़ी देवी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है.बावजूद इसके वो मिलने वाली इस सम्मान पर गौरवान्वित महसूस करते हुए उत्साहित भी हैं.बताया जाता है कि उनकी ख्वाहिश रही थी कि वो किसी सार्वजनिक स्थल पर देश की आन,बान व शान तिरंगे को खुद अपनी हाथों से फहराये और वो घड़ी बुधवार की होगी.एक स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी के प्रति यह सम्मान रामपुर पंचायत के सरपंच नूर आलम ने व्यक्त किया है.जिनके ससम्मान आग्रह पर फूलझरी देवी ने उनका आमंत्रण स्वीकार कर लिया है.
स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय किशोरी बाबू की पत्नी फूलझरी देवी अपनी लड़खड़ाती आवाज में बतातीं हैं कि भारत छोडो आंदोलन के दौरान जब उनके पति अंग्रेजों से डटकर लोहा ले रहे थे तो वो अंग्रेजी फौजों से छुपछुप कर आस-पास के गांव की महिलाओं को देश की आजादी की लड़ाई में अपनी भूमिका तय करने को प्रेरित किया करती थी.वहीं उन्होंने अपने पति किशोरी बाबू की चर्चा करते हुए बताया कि आंदोलन के दौरान अंग्रेजी फौज ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.जिसके बाद करीब 6 महिने तक वे दरोगा प्रसाद राय,पंडित सुरेश चन्द्र मिश्र जैसे आंदोलनकारियों के साथ मुंगेर जेल में रहे थे.इस दौरान उन्हें आर्थिक तंगी की दौर से भी गुजरना पड़ा.बावजूद इसके वो हर दर्द को सहते हुए अपने पति के मनोबल को कभी गिरने नहीं दिया.बताया जाता है कि वो दौर उनके जिन्दगी का सबसे कठिनतम दौरों में एक था.जिसे वो अपनी मातृभूमि के लिए हंसते हुए सहन कर गई.बताया जाता है कि किशोरी बाबू द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान भी एक सैनिक के रूप में देश को अपनी सेवाएं दे चुके हैं.बहरहाल बुधवार को अद्भुत होगा वो नजारा जब स्वतंत्रता सेनानी किशोरी बाबू की 93 वर्षीय पत्नी अपनी हाथों से झंडोत्तोलन के बाद तिरंगे को जब सलामी देती हुई नजर आयेंगी.
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