कहने से कोई उत्तराधिकारी नहीं हो सकता, पदचिन्हों पर चलना पड़ता : चिराग पासवान
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : आशीर्वाद यात्रा के क्रम में शुक्रवार को चिराग पासवान खगड़िया पहुंचे. इस दौरान जिले की सीमा में प्रवेश करने पर एनएच 31 स्थित सैनिक होटल के सामने चिराग पासवान के समर्थकों ने उनका जमकर स्वागत किया. मौके पर शम्मी पासवान, रेणू कुशवाहा, विजय कुमार सिंह, राकेश कुमार सिंह आदि कई नेता उपस्थित थे. चिराग पासवान का कुम्हरचक्की में भी भव्य स्वागत किया गया. वहीं उन्होंने हनुमान मंदिर में पूजा की और फिर अपनी यात्रा को लेकर आगे निकल गये. जबकि एनएच 31 पर बलुआही बस स्टैंड के समीप चिराग पासवान का जिला ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष शिवराज यादव के नेतृत्व में समर्थकों ने स्वागत किया.
अपनी आशीर्वाद यात्रा के क्रम मे चिराग पासवान ने डॉ रामनाथ अघोरी पार्क में समाजवादी नेता रामबहादुर आजाद व बापू पार्क में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. साथ ही चिराग पासवान ने शहर के हृदयस्थली राजेन्द्र चौक पर डॉ राजेन्द्र प्रसाद की प्रतिमा पर भी पुष्पांजलि अर्पित किया.
चिराग पासवान परिसदन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान अपने चाचा पशुपति कुमार पारस पर जमकर बरसे. वहीं उन्होंने कहा कि उनके पिता दिवंगत रामविलास पासवान ने पशुपति कुमार पारस को 15 सालों तक बिहार के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी देकर मौका दिया था. लेकिन इन 15 सालों में उनके नेतृत्व में बिहार में पार्टी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सका. ऐसे में दो साल पूर्व रामविलास पासवान ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर प्रिंस पासवान को यह जिम्मेदारी दी थी. लेकिन दोनों ने रामविलास पासवान के आरमानों पर पानी फेर दिया है. जबकि रामविलास पासवान के उत्तराधिकारी के एक सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि वे उनका अंश हैं और उनका ही खून उनके रगों में बह रहा है और इसे कहीं चेक कराने की जरूरत नहीं है. जबकि जिनको यह साबित करना है उन्हें रामविलास पासवान के पदचिन्हों पर चलना होगा और सिर्फ कहने भर से कोई किसी का उत्तराधिकारी नही हो सकता.
मौके पर चिराग पासवान ने कहा कि उनके पिता रामविलास पासवान के समक्ष ही उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था. जिसमें उनके चाचा पशुपति पारस ही मुख्य प्रस्तावक थे. ऐसे में आज जो अपने आपको पार्टी का अध्यक्ष कह रहे हैं, वे जान लें कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 75 सदस्य होते हैं. जिसमें 66 लोग उनके साथ खड़ें हैं. चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में एक ऐसा अस्पताल नहीं है, जहां मोतियाबिंद का साधारण ऑपरेशन की व्यवस्था हो. ऐसे में मुख्यमंत्री को अपनी आंख के इलाज के लिए दिल्ली जाना पड़ा. उन्होंने सवाल उठाते हुए का कि बिहार में स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह कैसा विकास है. प्रेस वार्ता के दौरान राजू तिवारी, रेणू कुशवाहा, हुलास पांडये, संजय सिंह, संजय पासवान आदि मौजूद थे.
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प्रेस वार्ता के बाद चिराग पासवान जिले के अलौली प्रखंड के अपने पिता के पैतृक आवास शहरबन्नी के लिए निकल गए. इस क्रम में उन्होंने मथुरापुर में वीर शिरोमणि बाबा चौहरमल के मंदिर पहुंच कर आशीर्वाद लिया. जबकि अलौली में भी समर्थकों ने चिराग पासवान का भव्य स्वागत किया.