
परबत्ता : डॉ संजीव को मिला सम्राट का साथ, एनडीए की नजर नए मुकाम पर
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : चुनावी राजनीति के दो दिग्गज जब एक मंच पर दिखे तो चर्चाएं होना लाजिमी है. बात यदि चुनावी मौसम में हो तो फिर स्थिति के आंकलन से राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले कहां पीछे रह सकते है. ऐसे में क्षेत्र में कयासों का बाजार गर्म है. वैसे भी बात जब जिले के सबसे हॉट सीट परबत्ता विधानसभा की हो तो लोगों की दिलचस्पी और भी बढ़ जाती है.
दरअसल दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन रविवार को परबत्ता विधानसभा क्षेत्र के बंदेहरा में एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी डॉ संजीव कुमार के पक्ष में सम्राट चौधरी ने एक चुनावी सभा को संबोधित किया. उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी का परबत्ता ही राजनीतिक कर्मभूमि रही है और वे यहीं से विधायक चुने जाते रहे थे. हलांकि उस वक्त वे राजद में हुआ करते थे और उन्होंने वर्ष 2000 एवं 2010 में राजद की टिकट पर ही यहां से जीत अर्जित की थी. जबकि रामानंद प्रसाद सिंह ने 2004 (उपचुनाव) सहित 2005 के फरवरी व अक्टूबर के दोनों चुनाव एवं 2014 (उपचुनाव) व 2015 के चुनाव में फतह हासिल की थी. लगभग दो दशक से परबत्ता की चुनावी राजनीति सम्राट चौधरी और जदयू विधायक रामानंद प्रसाद सिंह के ही ईद-गिर्द घुमती रही है. एक वो दौड़ भी रहा था जब ये दोनों दिग्गज चुनावी राजनीति में एक-दूसरे के विरूद्ध खड़े दिखाई देते थे. बाद के दिनों में सम्राट चौधरी ने राजद को अलबिदा कहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम पार्टी हम की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. जिसके उपरांत वो भाजपा में चले गये. माना जाता है बिहार विधान परिषद के सदस्य सह पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी का परबत्ता में अपना एक अलग प्रभाव रहा है.
इस बार जदयू विधायक रामानंद प्रसाद सिंह के पुत्र डॉ संजीव कुमार परबत्ता विधानसभा सीट से एनडीए समर्थित जदयू के प्रत्याशी हैं. गौरतलब है कि पूर्व के चुनावों में अपने पिता रामानंद प्रसाद सिंह के चुनावी अभियान की कमान उन्हीं के हाथों हुआ करती थी. बहरहाल परबत्ता के चुनावी राजनीति के दो दिग्गज इस चुनाव में संग हैं. यह जोड़ी परबत्ता में एनडीए को किस मुकाम ले जाने सफल होता है, यह देखना दिलचस्प होगा.