पन्ने पर प्रकृति की अनुपम छटा उखेरने की कला में माहिर हैं आर्यण
लाइव खगडिया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड के कुल्हड़िया गांव के आर्यन कुमार के द्वारा बनाई गई पेंटिंग लोगों को प्रकृति से प्रेम व उसके संरक्षण को प्रेरित कर रही है. वर्ग 6 के छात्र आर्यन की पेंटिंग कला अद्भुत है. बताया जाता है कि अपनी कला की निखार के लिए उन्होंने कहीं से प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया है. बावजूद इसके प्रकृति की छवि को कागज पर उभारना उनके लिए मिनटों का काम है.
पेंटिंग में काफी दिलचस्पी रखने बाले आर्यन के पास विभिन्र विषयों के दर्जनों पेंटिंग का एक संग्रह है. जो उसके हुनर को दर्शाता है. जब भी समय मिलता है तो आर्यन अपने कुंची से कलाकृति में रंग भरने लगते है. इस क्रम में विषय के अनुसार वे रंगों का चयन में भी बेहद ही गंभीरता से करते है. किसी भी तस्वीर को पन्ने पर उतार कर उसे रंगों में डूबोने की कला आर्यन माहिर हैं.
पर्यावरण दिवस पर को लेकर बनाये गये उनकी पेंटिंग लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता हुआ प्रतित होता है. आर्यन के पिता परबत्ता के एक स्कूल में शिक्षक है तथा उनकी माता रेमी कुमारी प्राथमिक विद्यालय कुल्हड़िया में शिक्षिका पद पर काबिज हैं.
एक दशक से ये भी लगे हुए हैं पर्यावरण बचाओ मुहिम में
आज विश्व पर्यावरण दिवस है और पर्यावरण बचाने की मुहिम परबत्ता प्रखंड के कन्हैयाचक निवासी समीर कुमार चौधरी करीब एक दशक से लगे हुए हैं. वे अपने गांव कन्हैयाचक में एक नर्सरी खोलकर पौधे से प्रेम रखने वाले लोगों को बेहद की कम दर पर विभिन्न किस्म के पौधे प्रदान कर रहे है. साथ ही साथ सरकार की ‘जल जीवन हरियाली’ योजना में भी योगदान दे रहे हैं. उनके नर्सरी में हवा के संग झूमते पेड़-पौधे के साथ रंग-बिरंगे पक्षियों की अठखेलियाां एक अद्भुत अनुभूति का एहसास कराती है.