जज्बे को सलाम : आंखों में रोशनी नहीं तो क्या,उजालों में कटेगी जिन्दगी
लाइव खगड़िया : यदि इंसान के मन में जज्बा व जुनून हो तो कोई भी शारीरिक व्याधियां उसे अपनी मंजिल हासिल करने से नहीं रोक सकता है. इस कथन को जिले के चौथम प्रखंड के जवाहर नगर निवासी किरण देवी व गरीब चौधरी के पुत्र छोटे लाल सच साबित कर रहे हैं. बताया जाता है कि अपने छः भाई-बहनों में एक छोटेलाल की आंखों में जन्म से ही रोशनी नहीं है. लेकिन उनके पढाई के प्रति दिलचस्पी को देखते हुए उनके पिता ने छोटेलाल का पंजाब के लुधियाना स्थित राष्ट्रीय अंध विद्यालय में नामांकन कराया और वे सीबीएसई बोर्ड के 10वीं की परीक्षा में सफल रहे है. परीक्षा में उनका सेंटर दिल्ली रहा था.
मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय स्तर पर अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के उपरांत करीब तीन वर्ष पूर्व छोटेलाल पढाई के लिए पंजाब चले गये. वहीं से वे सीबीएसई बोर्ड के 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए और सफल रहे. उनकी चाहत इंटर करने के उपरांत एक संगीत शिक्षक के रूप में समाज को अपना योगदान देने की है. बताया जाता है कि उन्हें संगीत से भी बेहद लगाव है और उन्होंने 10वीं में संगीत को भी एक विषय के रूप में रखा था. जिसमें उन्होंने 85 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है. बहरहाल 18 वर्षीय छोटेलाल भले ही अपनी आंखों से इस दुनिया को नहीं देख पा रहे हों लेकिन वे अपने जज्बे-जुनून व मन की आंखों के सहारे इस दुनिया को देखकर अपने परिवार व समाज के लिए बोझ बनना नहीं चाहते हैं. ऐसे में निश्चित ही उनके जज्बे व हौसले को सलाम कहना होगा. उल्लेखनीय है कि उनके पिता मेहनत व मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे है.