मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए त्यागी ने झोंकी ताकत
लाइव खगड़िया : लोकसभा चुनाव में खगड़िया संसदीय सीट से महागठबंधन व एनडीए के उम्मीदवार के अतिरिक्त निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नागेन्द्र सिंह त्यागी का नाम भी खासा चर्चाओं में है.जिले के चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता नागेन्द्र सिंह त्यागी यूं तो युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. उल्लेखनीय है कि जाप के राष्ट्रीय संरक्षक पप्पू यादव ही युवा शक्ति के राष्ट्रीय संरक्षक भी हैं. लेकिन नागेन्द्र सिंह त्यागी ने इस बार दलीय दीवार से बाहर निकल कर चुनाव मैदान में उतरना ही बेहतर समझा.हलांकि बीते विधान सभा के चुनाव में उन्होंने जाप की टिकट पर जिले के बेलदौर विधानसभा से अपनी किस्मत आजमाई थी.जिसमें उन्हें कुल 4135 मत प्राप्त हुआ था.निश्चय ही उन्हें प्राप्त मत उनके व्यक्तित्व, लोकप्रियता व सामाजिक सरोकार के लिए किए गये उनके संघर्ष की लंबी गाथा से कहीं मेल नहीं खाता हो.लेकिन यही एक सच्चाई थी.जिसे चुनाव के बाद त्यागी ने भी स्वीकार किया था कि जातिवाद, दल व धन-बल आज की राजनीति के तीन तुरूप के पत्ते हैं.
बावजूद इसके इस बार फिर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लोकसभा चुनाव में उनके द्वारा पेश की गई उम्मीदवारी उनके जज्बे,जनून व संघर्ष को दर्शाता है.सीमित संसाधनों के साथ उनके द्वारा लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है और मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कवायद जारी है.यदि वे अपने व्यक्तित्व के बल पर दलीय व जातीय दीवार तोड़ पाये तो यह जिले की राजनीति के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है.हलांकि जाति व पार्टी की मकड़जाल में उलझी वर्तमान राजनीति में यह काम उतना आसान भी नहीं होगा. लेकिन दो प्रमुख गठबंधनों के बीच बेहद ही करीबी मुकाबले की संभावनाओं के बीच उनकी उम्मीदवारी को पूरी तौर पर नकारा भी नहीं जा सकता है.बहरहाल चुनाव अपनी जगह और चुनाव का परिणाम भी अपनी जगह होगा.लेकिन फिलहाल इतना तो माना ही जा सकता है कि जिले की राजनीति में एक बड़े बदलाव का विकल्प वो पेश कर गये हैं.