आंदोलन के कारण किसानों से संबंधित एजेंडे को स्वीकार कर रही है पार्टियां
लाइव खगड़िया : “देश मे किसानो की हालात दयनीय है.विभिन्न राज्यों में किसान आंदोलन के कारण अब सभी पार्टियां किसानों से संबंधित एजेंडे को स्वीकार करने लगे हैं.जबकि 1980 के पहले जातिय आधार पर राजनीतिक दलों का एजेंडा तय होता था.जाति आधारित राजनीति किसान आंदोलन से ही समाप्त होगा”.यह बातें राजेंद्र सरोवर स्थित संहौली पंचायत के सभागार में आयोजित किसानो के बैठक को संबोधित करते हुए शनिवार को राष्ट्रीय किसान समन्वय समिति के बिहार प्रभारी सह संस्थापक अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह टुडू ने कही.
वहीं उन्होंने बताया कि जिले में राष्ट्रीय किसान अधिवेशन आगामी 23 एवं 24 जनवरी को टाउन हॉल में आयोजित होगा.जिसमें महाराष्ट्र के किसान नेता विनायक राव पाटिल,मध्यप्रदेश के किसान नेता मो. इरफान जाफरी,शिव कुमार कक्का जी,राजस्थान के दशरथ कुमार,ठाकुर अजय सिंह,हरियाणा के सरदार गुरमुख सिंह,सरदार गुरनाम सिंह चढ़ऊनी,उतराखंड के सरदार वी.एम.सिंह,उत्तर प्रदेश के किसान नेता स्वर्गीय महेंद्र सिंह टिकैत के पु्त्र राकेश टिकैत सहित कर्नाटक,गुजरात,दिल्ली आदि राज्यों के किसान नेता शिरकत करेंगे.
साथ ही उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय किसान अधिवेशन को देश के चर्चित हस्ती जल पुरुष राजेंद्र सिंह तथा नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर भी संबोधित करेंगी और यह अधिवेशन बिहार के किसानो के लिए मिल का पत्थर साबित होगा.इस दौरान राष्ट्रीय बहस भी होगी.
उधर कार्यक्रम की सफलता के लिए किसान विकास मंच के द्वारा रथ निकाला गया.वहीं बताया गया कि रथ जिले के सभी प्रखंडों के पंचायतों का भ्रमण कर किसानो को जागृत करेगा.इसके पूर्व रथ को हरी झंडी दिखा कर धीरेन्द्र सिंह टुडु ने भ्रमण के लिए रवाना किया.
मौके पर सूर्यनारायण वर्मा,केदार प्रसाद सिंह, अशोक कुमार यादव,जितेंद्र यादव,रवि चौरसिया,विनोद कुमार,चंदन कुमार,नागेश्वर चौरसिया,दयानंद सिंह,अभिनंदन मंडल उपस्थित थे.