महंगाई के खिलाफ व 21 सूत्री मांगों को लेकर भाकपा ने किया प्रदर्शन
लाइव खगड़िया : जिले के अलौली सह अंचल कार्यालय में मंगलवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने राज्यव्यापी आंदोलन के तहत देश में बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार, केंद्र सरकार की किसान व मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ तथा 21 सूत्री मांगो को लेकर प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के बाद पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल प्रखंड विकास पदाधिकारी से मिलकर अपने मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा. कार्यक्रम सीपीआई अलौली अंचल परिषद द्वारा आयोजित किया गया था. जिसमें पार्टी के राज्यसचिव सह पूर्व विधायक रामनरेश पांडे भी शामिल हुए.
अलौली प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में पार्टी के अंचल मंत्री मनोज सदा की अध्यक्षता में एक सभा का आयोजन किया गया. मौके पर संबोधित करते हुए सीपीआई के राज्यमंत्री रामनरेश पांडे ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं उन्होंने कहा कि तमाम रोजमर्रा की उपयोग की जाने वाली वस्तुओं की कीमत में बेतहाशा मूल्य वृद्धि हुई है और महंगाई की मार से आमजन त्रस्त हैं. लोगों के लिए जीवन यापन करने के लिए रोजगार के अवसर नहीं है और देश में बेरोजगारों की फौज खड़ी हो गई है. दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतिवर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा छलावा साबित हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि देश में ध्रुवीकरण और धार्मिक उन्माद का माहौल कायम कर भाजपा पुनः सत्ता पर काबिज होने का प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार सीबीआई और ईडी जैसे संस्थाओं का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को परेशान करने के लिए कर रही है. सार्वजनिक उपक्रमों को बड़े-बड़े पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रखा जा रहा है. देश में आज लोकतंत्र और संविधान खतरे में है. वहीं उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों द्वारा बनाया गया इंडिया गठबंधन से बीजेपी में बौखलाहट है. आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए लोगों को तैयार रहना होगा.
वहीं सीपीआई के राज्य सचिवमंडल सदस्य प्रभाशंकर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार आंदोलन के दबाब में तीनों कृषि कानून को वापस तो लिया, लेकिन किसानों से किये वादे को अबतक पूरा नहीं किया है. 700 शहीदों किसानों को शहीद का दर्जा देने तथा शहीद परिवारों को मुआवजा नहीं दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों के लिए रब्बी बुआई का समय है. जिसके लिए बड़े पैमाने पर रासायनिक खाद, किसानों को नियमित बिजली, रियायत दर पर कृषि संयत्र उपलब्ध कराया जाये. वहीं उन्होंने कहा कि खगड़िया जिला में बड़े पैमाने पर सरकारी नलकूप बंद पड़ा है. जिसे चालू करने के लिए सरकार को कदम उठाना चाहिए. किसान पैसे के अभाव में सही ढंग से खेती नहीं कर पाते हैं. ऐसे में किसानों को क्रेडिट कार्ड का लाभ दिया जाये.
इस अवसर पर जिला मंत्री प्रभाकर प्रसाद सिंह ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में आज भ्रष्टाचार का बोलबाला है. प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभुकों से व्यापक पैमाने पर घूसखोरी होती है. जमीन के दाखिल खारिज में भी घूस लिया जाता है. उन्होंने सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाने का मांग किया. साथ ही भूदान, सीलिंग, बंदोबस्ती एवं बासगीत पर्चाधारी बेदखल लोगों को जल्द से जल्द दखल दिलाने की मांग की गई.
वहीं भाकपा के जिला मंत्री पुनीत मुखिया ने बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत देने की मांग करते हुए कहा कि चेराखेरा, शहरबन्नी, आनंदपुर मरण, दहमाखैरी खुटहा पंचायत पूर्णतः एवं हथबन, रामपुर अलौली, मेघौना आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित है. साथ ही उन्होंने कहा कि नदी कटाव से चेहराखेरा पंचायत का हरदिया, उत्तरी एवं दक्षिणी बोहरबा, आनंदपुर मरान पंचायत के आनंदपुर प्रास, दहमाखैरी खुटहा पंचायत के मोहनपुर एवं दासिन टोला के विस्थापित परिवारों को पुनर्वासित कर समुचित मुआवजा देते हुए कटाव निरोधक कार्य किया जाये. जबकि एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष व जिला पार्षद रजनीकांत कुमार ने कहा कि क्षेत्र की जनता आज भी नाव की सवारी कर रहे हैं. गढ़ घाट पर पुल निर्माण के लिए कई बार सवाल उठाया गया. लेकिन अब तक इस मांग को पूरा नहीं किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि अलौली के गढ़ घाट, मोहराघाट परास के लेंगराघट, रटनाहा के पूरब कुसहा घाट, लड़ही के पश्चिम गंगासागर तथा सर्वजिता एवं झीमा के बीच पुल- पुलिया का निर्माण कराया जाये. सभा को सीपीआई के सहायक अंचल मंत्री रामदास यादव ने भी संबोधित किया.