मां को कांवड़ में बिठाकर बाबा भोले का दर्शन करा लाए कलयुग के श्रवण कुमार
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : आज के दिनों में भी कई ऐसे बेटे हैं जो अपने माता-पिता को भगवान मानकर उनकी पूजा कर रहे हैं. कुछ ऐसा ही नजारा एकबार फिर सामने आया है. कलयुग का श्रवण कुमार कांवड़ पर वृद्ध मां को बिठाकर जब सुल्तानगंज से लेकर देवघर जा रहे थे तो अन्य कांवरिया इस दृश्य को देखकर हैरान रह गए.
दरअसल जिले के परबत्ता प्रखंड के कबेला निवासी राजेश साह अपने परिवार के साथ कांवड़ पर वृद्ध मां द्रोपदी देवी को बिठाकर सुल्तानगंज से लेकर देवघर ले गये और कलयुग के श्रवण कुमार ने मातृ प्रेम का अनुठा उदाहरण पेश किया. बताया जाता है कि उनकी मां बीमार थी और बाबा से मन्नत मांगी गई थी. कांवड़ पर बहंगी बनाकर मां को बाबा का दर्शन कराने ले जाने वाले रंजीत साह ने बताया कि पिछले साल उनकी मां बीमार थीं और उन्होंने मां की तबीयत ठीक होने पर उन्हें बहंगी पर बाबा धाम ले जाने की मन्नत मांगी थी. जिसके बाद उनकी मां ठीक हो गई और वे मन्नत पूरी करने के लिए अपने दो अन्य भाइयों और परिवार के साथ मां को कांवड़ पर बैठा लेकर बाबा धाम ले जा रहे हैं. इस कार्य में उनके तीनों भाइयों का सहयोग मिल रहा है. वहीं कांवड़ पर बैठी द्रौपदी देवी भावुक होकर कहने लगीं कि इस युग में ऐसी संतान पाकर वे धन्य हो गई है. आज वो जो देख रही हैं वो किताबों में पढ़ा करती थी.
बताया जाता है कि रंजीत साह अपने परिवार के साथ गुरु पूर्णिमा की सुबह 3 जुलाई को उत्तर वाहिनी गंगा घाट सुल्तानगंज से जलभर मां को बहंगी पर बैठाकर देवघर के लिए रवाना हुए थे और तथा 6 जुलाई को देवघर पहुंच बाबा बैद्यनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. जिसके बाद वाहन से बासुकीनाथ धाम पहुंचे और वहां भी शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. बीते गुरुवार की देर रात्रि रंजीत साह देवघर व बासुकीनाथ की यात्रा करने के बाद सुल्तानगंज पहुंचे और शुक्रवार की सुबह गंगा पार कर अगुआनी-गंगा घाट से अपनी मां को कांवड़ में बिठा कर अपने गांव कबेला ले आये. यात्रा के दौरान रंजीत साह को संजीत साह, बिरेंद्र कुमार साह, भगवान कुमार, रवि कुमार, बब्लू कुमार, चांदनी देवी, दीपक साह, शिवनी, रानी कुमारी, सुबोध साह सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने सहयोग किया.