…और सड़क हादसे में घायल काजल के लिए मसीहा बनकर आये बाबूलाल शौर्य
लाइव खगड़िया : कहा जाता है इंसानियत से बड़ा कुछ नहीं और इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म भी है.भाग-दौड़ की जिन्दगी में भले ही आज लोगों को अपनों के लिए भी समय ना हो.लेकिन आज भी समाज में इंसानियत जिन्दा है और वक्त-बेवक्त वो उभरकर सामने आ भी जाता रहा है.ऐसा ही एक मामला शनिवार को उस वक्त सामने आया जब चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता सह भाजपा के जिला महामंत्री बाबूलाल शौर्य किसी काम से जिले से भागलपुर जा रहे थे.इसी क्रम में पसराहा व नारायणपुर के बीच देवठा बजरंगबली स्थान के पास एनएच 31 पर एक बाइक के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद वहां पड़े घायलों पर उनकी नजर पड़ी.मौके पर उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी और देखा तो सिर में चोट लगने की वजह से एक युवती बेहोशी की हालत में पड़ी हुई है.जबकि वाहन चालक सहित एक अन्य महिला भी चोटिल है.बताया जाता है वो वक्त बाबूलाल के लिए एक असमंजस भरा पल था.विलंब होने की स्थिति में भागलपुर का उनका काम भी बिगड़ सकता था और घायलों को यूं छोड़ देने पर उनके साथ बड़ी अनहोनी की संभावनाएं भी बनी हुई थी. संसय भरा उस पल में उन्होंने पहले घायलों को अस्पताल पहुंचाने को ठानी और अपनी ही वाहन से घायलों को जिले के गोगरी अस्पताल पहुंचाया.जहां इलाज के बाद बेहोश रही काजल कुमारी को होश भी आ चुका है.वहीं चिकित्सकों ने उसे खतरे से बाहर बताया है.वहीं उसकी बड़ी बहन का भी इलाज चल रहा है.मिली जानकारी के अनुसार अपने पति व बहन के साथ काजल भागलपुर जिले के भवनाथपुर से जिले के पसराहा थाना क्षेत्र के महदीपुर स्थित अपने मायके बाइक से आ रही थी.इस दौरान बाइक के दुर्घटनाग्रस्त होने से सभी हादसे का शिकार बन बैठे.घायल काजल महदीपुर निवासी राजेन्द्र मालाकार की पुत्री बताई जाती है.हादसे में घायल को अस्पताल पहुंचाने एवं उनके बेहतर स्थिति से वाकिफ होने के बाद बाबूलाल शौर्य काफी विलंब से भागलपुर की ओर निकल गये.लेकिन जाते-जाते वो समाज के लिए एक संदेश भी छोड़ गये.मामले पर घायलों के परिजनों कि यदि मानें तो अपातकाल में बाबूलाल एक मसीहा बनकर सामने आये और साथ ही सभी ने इस नेक कार्य के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है.बहरहाल बाबूलाल के इंसानियत की यह कहानी जिले में चर्चाओं में है.इसे भी पढें…और सनकी दामाद ने ससुराल में ही शुरू कर दी चाकूबाजी,पत्नी सहित चार घायल