दवाओं पर से जीएसटी खत्म करने की मांग को लेकर मेडिकल सेल्स रिप्रजेंटेटिव का प्रदर्शन
लाइव खगड़िया : बिहार स्टेट सेल्स रिप्रजेंटेटिव यूनियन के जिला इकाई के द्वारा सोमवार को सेल टैक्स ऑफिस के समक्ष दवाओं पर जीएसटी शून्य करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया.इसके पूर्व यूनियन के सदस्य हॉस्पिटल रोड स्थित सीपीआई (एम) के जिला कार्यालय में एकत्रित हुए और वहां से जुलूस निकालकर सेल टैक्स ऑफिस के पास पहुंचे.प्रदर्शन का नेतृत्व बीएसएसआर यूनियन के राज्य कार्यकारणी सदस्य राकेश कुमार,जिला इकाई के अध्यक्ष अभिषेक राज एवं सचिव रंजन कुमार ने संयुक्त रूप से किया.मौके पर प्रदर्शनकारियों ने दवा पर से जीएसटीे खत्म करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की.इसके उपरांत यूनियन के जिलाध्यक्ष अभिषेक राज के नेतृत्व में एक सभा का भी आयोजन किया गया.वहीं उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी 30 जून 2017 के मध्य रात्रि में सेन्ट्रल हॉल में कहा था कि जीएसटी गरीब वर्ग को ध्यान में रखकर बनाया गया है और उन्होंने इसकी तुलना ‘गीता’ से की थी.साथ ही उन्होंने कहा कि ‘गीता’ में 18 अध्याय है और जीएसटी भी 18 मीटिंग के बाद लागू हुई.लेकिन लगभग एक वर्ष बीत जाने के बाद भी कम से कम स्वास्थ्य के क्षेत्र में जीएसटी से गरीब व मजदूर वर्ग का भला होता नहीं दिख रहा है.ऐसे में दवा को जीएसटी से मुक्त कर देना चाहिए.ताकि कोई भी गरीब अर्थाभाव में इलाज से बंचित ना रह सके.साथ ही उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति नहीं की गई तो लोगों के सामने व्यापक आंदोलन के अतिरिक्त कोई दूसरा विकल्प नहीं बचेगा.वहीं उन्होंने आमलोगों से इस मुद्दे पर यूनियन को साथ देने की अपील किया.जबकि यूनियन के राज्य स्तरीय नेता राकेश कुमार ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद जीवन रक्षक दवाओं की कीमत बढी है.जिसके कारण आमलोगों को इलाज के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.सरकारी अस्पतालों में दवा की अनुपलब्धता से गरीब काल के गाल में समा रहे है.दूसरी तरफ जीएसटी का फायदा आमजन को ना मिलकर कॉरपोरेट घराने को मिल रहा है.वहीं यूनियन के सचिव रंजन कुमार ने कहा कि बीएसएसआरयू आगामी 9 अगस्त को जीएसटी सहित सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ किसान-मजदूर व छात्र-युवाओं के साथ एकता कायम करते हुए देश के सभी समाहरणालय का काम ठप कर जेल भरो आंदोलन करेगा.बावजूद इसके यदि सरकार तक आवाज नहीं पहुंची तो 5 सितंबर को दिल्ली में संसद का घेराव किया जायेगा.मौके पर अभिषेक सिंह,प्रभाष कुमार,नीरज कुमार,सदानंद सत्यार्थी,गुड्डू बाबू सहित यूनियन के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.
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