सोशल : आंकड़ों का जाल फेंकते हुए कृष्णा ने कह डाली ‘अनाज लोन स्कीम’ की बात
खगड़िया : आगामी संसदीय चुनाव के मद्देनजर जहां एक तरफ विभिन्न प्रमुख विपक्षी राजनीतिक दलों के द्वारा किसानों की समस्याओं को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने की कवायद तेज हो गई है.वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष के द्वारा भी किसानों से सीधा संवाद स्थापित करने की कोशिशें जारी है.माना जा रहा है कि इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दिनों किसानों को संबोधन भी किया था.दूसरी तरफ राजद नेत्री सह विगत संसदीय चुनाव में पार्टी प्रत्याशी रही कृष्णा कुमारी यादव के द्वारा भी सोशल साइट के माध्यम से केन्द्र सरकार पर करारा प्रहार किया गया है.उन्होंने कहा है कि भले ही प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देश के किसानों को दुलारा व पुचकारा हो लेकिन वे अपने चार साल के कार्यकाल के दौरान किसानों के लिए कुछ विशेष कर पाने में विफल रहे हैं.वहीं उन्होंने कहा है कि जिस देश की 42.74 प्रतिशत आबादी को कृषि से रोजगार मिलता है.उस देश के किसानों की आर्थिक बदहाली के संबंध में प्रधानमंत्री दो शब्द नहीं बोल पाये.किसानो के अनाज का समर्थन मूल्य निर्धारण होने के बाबजूद भी तय कीमत पर उनका अनाज खरीदने वाला नजर नहीं आता है.ऐसे में मजबूरी में किसानों को अपनी फसल औने-पौने भाव में बिचौलिए के हाथों बेचना पड़ रहा है.जिससे किसानों को अपनी खेती का लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारण की बातों पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि जो व्यक्ति देश की दिशा और दशा बदलने के लिए महज सौ दिन मांगे थे उनके चार सालों के कार्यकाल के बावजूद किसानों की हालात पूर्व से भी दयनीय हो गई है.साथ ही उन्होंने कहा है कि इन चार वर्षों में किसानों की स्थिति तो नहीं बदली लेकिन देश के 400 पुंजिपतियों की दौलत में करीब 350 गुना की बढ़ोतरी हो गई है.इतना ही नही देश की आय का 73 प्रतिशत आमदनी महज एक प्रतिशत लोगों के पास चला गया है.जो रकम 5 लाख करोड़ के करीब है.हलांकि इन आंकड़ों में कितनी सच्चाई है,यह एक अलग मुद्दा है.लेकिन आंकड़ों की जाल में वर्तमान सरकार को उलझाने में राजद नेत्री ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. सोशल वार करते हुए राजद नेत्री कृष्णा कुमारी यादव इतना पर ही नहीं रूकीं है बल्कि उन्होंने कहा है कि विश्व के नामी-गिरामी सर्वेक्षण एजेंसियों ने बताया है कि वर्ष 2017-18 के 1 वर्ष में देश में 20 प्रतिशत कुछ खास लोग करोड़पति बन गए हैं. जिनकी आमदनी लगभग 21 प्रतिशत तक बढ़ा है.वहीं उन्होंने पीएम से सवालिय लहजे में पूछा है कि उन्हें बताना चाहिए कि ये लोग कौन है.जिनकी आर्थिक स्थिति महज एक साल में बदल गई.वहीं राजद नेत्री ने पेट्रोल व डीजल की बढती कीमत पर चर्चा करते हुए कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जब पेट्रोल-डीजल का दाम कम था तो देश के पूर्व की सरकार में अनाज के भाव आज के मुकाबले अधिक था.लेकिन आज जब अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में तेल का भाव बढ गया है तो अनाज के दाम का कम होना सरकार की नीति व मंशा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है.साथ ही उन्होंने किसानो की हित की बात करने वाले प्रधानमंत्री से ‘अनाज लोन स्कीम’ लागू करने की घोषणा करने की मांग रखते हुए कहा है कि यदि ऐसा होता है तो कोई भी किसान अपने अनाज को सरकारी गोदाम में रख कर एक निर्धारित राशि प्राप्त कर अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा कर सकता है.साथ ही जब अनाज का मूल्य लागत से ज़्यादा मिलेंगे तो उस वक्त किसान अपनी अनाज को आसानी से उसे बेच पायेंगे.वहीं उन्होंने किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए खेती में होने वाली लागत को कम करने का प्रावधान पर बल देते हुए कहा है कि इसके लिए पटवन की मुफ्त व्यवस्था,सब्सिडी दर पर खाद-बीज का प्रावधान जैसी बातों पर ध्यान देना चाहिए.