चिकित्सकों के रिक्त पदों को लेकर विधायक ने सदन में उठाया सवाल
लाइव खगड़िया : विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान शुक्रवार को जदयू विधायक पूनम देवी यादव ने स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली और जिले के सदर अस्पताल परिसर में बन रहे जीएनएम व पारामेडिकल प्रशिक्षण संस्थान के निर्माण में संवेदक पर कार्यादेश के मुताबिक अकारण विलम्ब करने का आरोप लगाते हुए कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाकर स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया. वहीं विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री से सवाल पूछते हुए कहा कि खगड़िया के सदर अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं मात्र नौ चिकित्सकों पर निर्भर है. जबकि खगड़िया जिला में क्रमशः 443 एएनएम, 156 जीएनएम, 34 एलएमसी, 4 नेत्र सहायक, 6 बीसीजी, 22 अचिकित्सा सहायक व 24 परिधापक ही कार्यरत हैं. जिसके कारण मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने में कठिनाई होती है. ऐसे में सरकार कबतक खाली पड़े उक्त सभी पदों पर नियुक्ति का विचार रखती है ?
विधायक के सवाल के जबाब में स्वास्थ्य विभाग के मंत्री ने उत्तर को स्वीकारात्मक बताते हुए वस्तु स्थिति के बा़रे में विधायक को आश्वस्त करते हुए बताया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा में अपेक्षित सुधार लाने हेतु बिहार स्वास्थ्य सेवा अंतर्गत 2426 विशेषज्ञ चिकित्सक एवं 4012 सामान्य चिकित्सक सहित कुल 6437 चिकित्सकों व अन्य पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना बिहार तकनीकि सेवा आयोग को भेजी गई है. जिसकी बहाली होनेे के उपरांत उपलब्धता के आधार पर उक्त सभी पदों पर पदस्थापना आवश्यकता अनुसार की जाएगी.
साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने विधायक के सदर अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन जीएनएम एवं पारा मेडिकल प्रशिक्षण संस्थान और छात्रावास के संयुक्त भवन के निर्माण कार्य संबंधित सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इसका कार्यादेश 24 मार्च 2017 को निर्गत है और कार्य पूरा करने हेतु 18 माह का समय निर्धारित था. इस कार्य का 80 प्रतिशत कार्य सम्पन्न हो चुका है और संवेदक द्वारा निर्माण कार्य में विलम्ब किये जाने के कारण विलम्ब दण्ड मद में कुल 20 लाख 66 हजार 1 सौ 10 रूपये का आर्थिक दण्ड लगाया गया है.