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डाक वाले चाचू ! सुन भी लो हमारी सिसकियां…

लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : ‘बेटियां’…एक ऐसा शब्द जिससे अपनत्व का भाव उभर आता है.’बेटियां’…एक ऐसा शब्द जिसपर बरबस ही प्यार उमड़ आता है.बेटियों के सुनहरे भविष्य के लिए ही भारत सरकार के द्वारा भी डाक विभाग के माध्यम से सुकन्या समृद्धि योजना लाकर उन्हें आर्थिक रूप से सुरक्षा प्रदान करने की कवायद बीते वर्ष की गई थी.डाक विभाग ने अपने इस योजना सहित अन्य योजनाओं व प्रोडक्टों के प्रचार-प्रसार लिए युद्धस्तर पर अभियान चला रखा है.ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी डाकघर से जुड़ कर इस योजना का लाभ उठा सके.लेकिन जिले के परबत्ता प्रखंड के डाकघर की स्थिति देखकर डाक विभाग के प्रोडक्टों व योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने वाले कर्मी व संबंधित अधिकारी भी विभाग की व्यवस्थाओं पर घर के किसी कोने में दो-चार आंसू शायद जरूर बहा लेते होंगे और निश्चय ही जब भी उनका जमीर जागता होगा तो उन्हें वहां के लगभग तीन सौ बेटियों व उनके परिजनों की सिसकियां भी सुनाई देती होगी.बाबजूद इसके समस्याएं अपनी जगह कायम है और साथ ही विभाग का प्रचार-प्रसार भी…दरअसल परबत्ता प्रखंड से जुड़े ग्रामीण डाकघर भरसो, सलारपुर, चकप्रयाग, लगार, तेमथा, अगुवानी, डुमरिया बुजूर्ग, कन्हैयाचक, कुल्हड़िया,कोलवारा एवं परबत्ता डाकघर से जुड़े लगभग तीन सौ खाताधारी अपने खाते में सुकन्या समृद्धि योजना की राशि विगत कुछ माह से जमा नहीं कर पा रहे हैं.यह हाल केवल सुकन्या समृद्धि योजना का ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय बचत पत्र तथा किसान विकास पत्र के खाताधारियों का भी है.जिन्हें अपने अंतिम भुगतान के लिये भी भटकना पड़ रहा है.सुकन्या समृद्धि योजना के खाताधारी भावना कुमारी,अनुपम कुमारी,रश्मि कुमारी,जय श्री,विनिता मिश्रा आदि की यदि मानें तो विगत तीन-चार महीनों से वे लोग जब भी अपने खाता में राशि जमा करने डाकघर जाते हैं तो उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ता है.मामले पर बताया जाता है कि वर्ष 2016 में इस डाकघर के वित्तीय व बैंकिंग से संबंधित सभी खातों को ऑनलाइन किया गया था.लेकिन उस वक्त सुकन्या समृद्धि योजना, राष्ट्रीय बचत पत्र एवं किसान विकास पत्र के कुछ खातों का डाटा कोर बैंकिंग में अपलोड नहीं किया गया.बाबजूद इसके अगले कुछ महीनों तक ऐसे खातों में मैनुअली राशि जमा लिया जाता रहा.लेकिन अब वर्तमान उप डाकपाल रामाधार प्रसाद सिंह ने इन खातों में मैनुअली जमा लेने से मना कर दिया.जिससे ऐसी स्थिति आ उभड़ी है.मामले पर उप डाकपाल रामाधार सिंह का कहना है कि इस संबंध में वे वरीय पदाधिकारियों को सूचित कर चुके हैं लेकिन अबतक समाधान नहीं हो सका है.वहीं उन्होंने बताया कि परबत्ता डाकघर में दो कम्प्यूटर सिस्टम  है लेकिन बैंकिंग सिस्टम का सॉफ्टवेयर केवल एक ही कम्पूटर में उपलब्ध है.जिसके कारण भी बैंकिंग से संबंधित डाटा इन्ट्री में समय लगता है.मामले पर बेगूसराय के डाक अधीक्षक एस पी मंडल के द्वारा फोन पर बताया गया कि उन्हें इस संबंध में अद्यतन जानकारी नहीं है.यदि ऐसी कोई समस्या है तो मामले को देखकर उसे ठीक किया जायेगा.जबकि जिला डाक घर के सुप्रिटेन्डेंट असिसटेंड दिनेश्वर साह ने परबत्ता डाकघर की समस्या से अवगत होने की बात कहते हुए नेटवर्क एडमिन से सम्पर्क कर समस्या का हल निकाले जाने की बातें कही गई.दूसरी तरफ कन्हैयाचक निवासी अनिल मिश्र ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय आईटी व विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद सिंह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, निगरानी विभाग पटना के उपमहा डाकपाल, जिलाधिकारी खगड़िया को डाक के द्वारा आवेदन देकर सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़े खाताधारी की समस्या का हल निकालने की गुहार लगाई है.जबकि सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेश्नर दास ने एक सप्ताह के अंदर खाताधारी की समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन करने की बातें कही हैं.बहरहाल डाक विभाग के लापरवाही से एक तरफ आमलोगों के बीच विभाग के प्रति विश्वास कम होता जा रहा है तो दूसरी तरफ विभाग के कार्यशैली पर कई गंभीर सवाल भी खड़ा हो रहा है.

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