लाइव खगड़िया : समाज सुधारक महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती के 200वीं जयंती वर्ष पर आर्य समाज की प्रधान निर्मल ज्ञानमयी के प्रधानत्व में रविवार को आर्यसमाज मंदिर परिसर में ज्ञान ज्योति पर्व मनाया गया. इस अवसर पर देवयज्ञ का आयोजन किया गया. वहीं देवयज्ञ यजमान बजरंग दल के जिला संयोजक अंजनी कुमार एवं यज्ञ आर्य पुरोहित धर्मेंद्र शास्त्री के ब्रह्मत्व में संपन्न हुआ.
मौके पर संबोधित करते हुए आर्य कन्या उच्च विद्यालय के सचिव नीलकमल दिवाकर दिवाकर ने कहा कि महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती एक महान समाज सुधारक थे. जो देश की आजादी में क्रांतिकारियों के पथ प्रदर्शक के रूप में आगे आए. दयानंद सरस्वती के बताए रास्ते पर चलकर देश के महान क्रांतिकारियों में शुमार चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, रामप्रसाद बिस्मिल ,अशफाक उल्ला खान, मदनलाल धींगरा, उधम सिंह, स्वामी श्रद्धानंद, लाला लाजपत राय, श्यामजी कृष्ण वर्मा जैसे क्रांतिकारी देश की आजादी में अपना जीवन आहूत किया. वहीं आर्य समाज के उपदेशक योगाचार्य नरेंद्र ब्रह्मचारी ने कहा कि जब देश में छुआछूत, अंधविश्वास, धर्म कार्यों में आडंबर, बाल विवाह, सती प्रथा शिक्षा में अव्यापकता, गुलामी जैसी कई कुरीतियां अपना पैर पसार रही थी तो 12 फरवरी 1824 को महर्षि दयानंद सरस्वती का जन्म हुआ. जिन्हें इन कुरीतियों से देशवासियों को बचाने के लिए 18 बार जहर पीना पड़ा और इस तरह उन्होंने देश में हरेक क्षेत्र में क्रांति का शंखनाद किया.
जबकि आर्य समाज के पुरोहित धर्मेंद्र शास्त्री ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में दयानंद सरस्वती के जयंती के 200वें वर्ष को ज्ञान ज्योति पर्व के तौर पर मनाने के लिए कार्यक्रम का उद्घाटन किया है. आज से लेकर 12 फरवरी 2024 तक आर्य समाज में भी कई कार्यक्रम होंगे. जो गुरुवर दयानंद सरस्वती के सपनों के भारत को साकार करने के लिए कृत संकल्पित होगा.
कार्यक्रम में गीता आर्य एवं रेणुका देवी ने महर्षि दयानंद से जुड़ी मधुर भजनों से समां को बांध दिया. देव यज्ञ में रविंद्र कुमार गुप्ता, निर्मल ज्ञानमयी, रेणुका देवी, गीता आर्या, विजय पोद्दार, संजीव कुमार,नरेन्द्र ब्रह्मचारी, बमबम कुमार आदि उपस्थित थे.