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हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल बना छठ घाट

लाइव खगड़िया : लोक आस्था का महापर्व ‘छठ’ के अवसर पर जिले के सदर प्रखंड के जलकौड़ां गांव में गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल देखने को मिल रहा है. जहां मुस्लिम समाज के लोग सांप्रदायिक सौहार्द का मिसाल पेश करते हुए छठ की तैयारियों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. बताया जाता है कि बीते 20 वर्षों से मुस्लिम समुदाय के लोग छठ को लेकर घाट की सफाई व सौंदर्यीकरण में हाथ बंटाते हुए आ रहे हैं. साथ ही वे पूजा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी डटे रहते हैं.

इस वर्ष भी जलकौड़ा पंचायत के खगड़िया-बखरी मुख्य पथ पर तोरणद्धार बनाया गया है. जिसमें मुस्लिम समाज के लोगों ने भी सहयोग किया है. वहीं जलकौड़ा हाई स्कूल से लेकर बुढ़ी गंडक छठ घाट तक 3 हजार फीट लंबा तिरंगा लगाया गया है.

बताया जाता है इस छठ घाट पर 10 गांव के 20 हजार श्रद्धालु छठ पूजा के लिए पहुंचते हैं. जलकौड़ा पंचायत के सरपंच ब्रजकिशोर सहनी बताते हैं कि यह मुस्लिम बाहुल क्षेत्र है. लेकिन यहां हर समुदाय का पर्व सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया जाता है और सभी एक-दूसरे को सहयोग करते हैं. उन्होंने बताया कि क्षेत्र के लोग छठी मैया में बेहद आस्था रखते हैं और इस महाव्रत में लोगों की हर संभव मदद मिलता है.

वहीं मो जमिल ने बताया है कि बीते 20 साल से हिंदू-मुस्लिम मिलकर एक-दूसरे के त्यौहार मनाते हैं. छठ पूजा प्रकृति को पूरी तरह समर्पित है. इसलिए इसमें सहयोग के साथ पूजा खत्म होने के बाद सभी प्रसाद भी खाते हैं और उनलोगों की कोशिश रहती है कि इससे समाज के अंदर एक अच्छी संदेश जा सकें. इस अवसर पर समाज विकास मंच के राकेश पौद्दार, पंकज सहनी, राजीव ठाकुर, इलु रजक, सिकंदर साह आदि ने बताया कि घाट से लेकर एक किलोमीटर तक कालीन बिछाया जाता है और घाट पर बैरेकेटिंग, रौशनी, नियंत्रण कक्ष, चेंजिंग रूम आदि की सुविधा होती है.

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