लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : पंचायत चुनाव में निर्वाचित प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण की तैयारी को लेकर प्रशासनिक तैयारी शुरू है. साथ ही प्रखंड प्रमुख, उपप्रमुख पद के लिए भी सरगर्मी तेज हो गई है. बात यदि परबत्ता प्रखंड प्रमुख की करें तो यह पद अनारक्षित अन्य है. विभिन्न पंचायतों में कुल 27 पंचायत समिति निर्वाचित हुए है. नवनिर्वाचित हुए जनप्रतिनिधियों के बीच प्रखंड प्रमुख की कुर्सी को लेकर कवायद तेज है. प्रखंड प्रमुख पद की दावेदारी के लिए नवनिर्वाचित पंचायत समिति सदस्य पद से करीब आधे दर्जन दावेदार पंचायत चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद दिख रहे थे। लेकिन अब यह संख्या घटकर 3 के आसपास हो गया है.
सूत्रों की मानें तो कुल 3 पंचायत समिति सदस्य अपने आप को प्रखंड प्रमुख के दावेदार बता रहे है. प्रखंड प्रमुख के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की नजरें भी लगी हुई है और हर राजनीतिक दल अपने दल से जुड़े लोगों को प्रखंड प्रमुख देखना चाहते हैं. जिसके लिए वे गौण रहकर प्रयास में जुट गए हैं. हलाकि किसी भी राजनीतिक दल के नेता अभी खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं. बहरहाल देखना दीगर होगा कि प्रमुख पद का ताज किसके सिर पर सजता है.
उधर उपप्रमुख पद के लिए भी तीन पंचायत समिति सदस्य दिन रात एक कर दिए हैं. नाम नहीं छापने की शर्त पर एक नवनिर्वाचित वार्ड सदस्य ने बताया कि उप मुखिया का सपना देखने वाले कई लोग उनसे संपर्क कर रहे हैं. साथ ही उपसरपंच पद के लिए पंच सदस्य के बीच भी तोड़ जोड़ शुरू है. बताते चलें कि 2001 में प्रमुख अखिलेश सिंह व उपप्रमुख प्रो नवीन यादव, 2006 में प्रमुख विनिता देवी व उपप्रमुख नागेश्वर मेहता, 2011 में प्रमुख सुनिता देवी व गायत्री देवी एवं उप प्रमुख फिरोज आलम रहे थे. जबकि 2016 में प्रमुख पद पर धनंजय सिंह उर्फ मोदी एवं उपप्रमुख पद पर निरंजन यादव बने थे.