लाइव खगड़िया : बारिश थम गई…धूप खिल गई…मौसम भी बदल गया…लेकिन नहीं बदली है शहर के मील रोड की तस्वीर. बीते दिनों की भारी बारिश के बाद शहर के कई मुख्य मार्गों सहित मील रोड भी जलजमाव से झील में तब्दील हो गया था. हलांकि जलजमाव के बाद नगर प्रशासन हरकत में आई और पंम्प सेट के माध्यम से जमा पानी को बाहर निकालने की कवायद शुरू की गई और शहर के एमजी मार्ग सहित अन्य कई प्रमुख सड़कें जलजमाव मुक्त भी हो गया. जिससे लोगों को काफी राहत मिली. लेकिन नगर के मील रोड की हालत जलजमाव के कारण आज भी ऐसी ही बनी हुई है. जिससे स्थानीय लोगों सहित राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
उल्लेखनीय है की नगर के मील रोड को चिकित्सकों का हब कहा जाता है. जहां जिले के विभिन्न क्षेत्रों सहित पड़ोस के जिले के मरीज भी इलाज के लिए पहुंचते है. साथ ही यह मार्ग थोक मंडी एवं कई प्रमुख व्यवसायिक प्रतिष्ठान के लिए भी जाना जाता है.
स्थानीय व्यवसायी बताते हैं कि त्योहार के मौसम में जलजमाव से उनके व्यवसाय पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. साथ ही दूर-दराज से आये मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं जलजमाव के कारण बीमारियों के फैलने के अंदेशा से भी स्थानीय लोग सहमे हुए है.
हलांकि शहर में जलजमाव से उत्पन्न स्थिति के बाद 29 अक्टूबर को नगर परिषद की आपात बैठक बुलाई गई थी और 12 घंटे के अंदर प्रमुख सड़कों पर से जमा पानी निकाल लेने का दावा किया गया था. लेकिन ऐसे तमाम दावे के बावजूद पांच दिनों के बाद भी शहर के एक प्रमुख मार्ग की आज भी लगभग वैसी ही स्थिति बनी हुई है. जिससे नगर प्रशासन के प्रति लोगों में आक्रोश पनपने लगा है.