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लुंज-पुंज कार्यप्रणाली पर मंत्री का करारा प्रहार,खांमियों के बीच उद्घाटन से इंकार




लाइव खगड़िया : उद्घाटन की तैयारियां पूरी थी.तरह-तरह के दावे किए जा रहे थे.मीडिया में खबरें सुर्खियां बटोर रही थी.हो भी क्यू नहीं ? आखिर बिहार का पहला मेगा फूड पार्क का उद्घाटन का मौका जो था.तय तारीख पर गुरुवार को केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल व मंत्रालय के राज्य मंत्री साघ्वी निरंजन ज्योति भी उद्घाटन को पहुंच गये.लेकिन उसके बाद जो कुछ भी हुआ वो अमूमन कम ही देखने को मिलता है.ऐसे दृश्य अधिकांश तौर पर फिल्मों में ही दिखाई देते रहे हैं.लेकिन गुरुवार को जिले की धरती ऐसी ही एक बात का गवाह बना.

दरअसल जिले के मानसी प्रखंड अंतर्गत एकनिया में मेगा फूड पार्क का उद्घाटन करने के पूर्व उद्घाटनकर्ता मंत्री हरसिमरत कौर बादल के द्वारा कार्यों का मुआयना किया गया.जिसमें मंत्री ने पाया कि कार्य में कई खामियां है.वहीं उन्होंने बताया कि अबतक यहां ना तो मशीनें चली है,ना ही यहां के युवाओं को रोजगार मिला है और ना ही अबतक निर्मित कोल्ड स्टोरेज से किसानों को ही लाभ मिल पाया है.ऐसे में मंत्री फूड पार्क का उद्घाटन करने से इंकार करते हुए वापस लौट गईं.माना जा रहा है कि मंत्री का यह कदम प्रिंसटाइन मेगा फूड पार्क व मंत्रालय के संबंधित अधिकारियों के कार्यप्रणाली पर एक करार प्रहार है और साथ ही यह जिले के लिए किसी विडंबना से कम नहीं.



वहीं मंत्री के द्वारा बताया गया कि तय वक्त पर कार्य पूरा नहीं करने पर पूर्व में ही प्रमोटर के विरूद्ध कार्रवाई की जा सकती थी.लेकिन प्रदेश का यह पहला मेगा फूड पार्क हैं.ऐसे में वो चाहतीं है कि यह चालू हो.ताकि यहां के किसानो को लाभ और युवाओं को रोजगार मिले.लेकिन फिलहाल इसकी स्थिति उद्घाटन के लायक नहीं है और आधे-अधूरे काम के साथ उद्घाटन कर वो जनता को धोखा नहीं दे सकती.साथ ही उन्होंने मंत्रालय स्तर से कार्य की मॉनिटरिंग किये जाने एवं प्रमोटर पर जल्द से जल्द काम पूरा करने का दवाब बनाये जाने की बातें कहीं.बहरहाल उद्घाटन के लिए हाय-तौबा मचाने वाले जनप्रतिनिधियों के बीच केन्द्रीय मंत्री की यह पहल खासा सुर्खियों में हैं.यहां यह देखना भी दीगर होगा कि आगामी साल ही संसदीय चुनाव भी है.बावजूद इसके मंत्री ने संयम व ईमानदारी का परिचय देते हुए एक मिसाल पेश किया है.



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